फकीर से करोड़पति... 7 दिनों की पूछताछ में UP एटीएस ने छांगुर बाबा से पूछे ये सवाल
उत्तर प्रदेश के चर्चित धर्मांतरण मामले में 'छांगुर पीर बाबा' के नाम से पहचाने जाने वाले जलालुद्दीन जांच के घेरे में हैं उत्तर प्रदेश की एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने लगातार सात दिनों तक उनसे पूछताछ कीजलालुद्दीन ने इन सभी आरोपों से इंकार किया है उनका कहना है कि वह निर्दोष हैं और केवल इस्लाम का प्रचार करते हैं.

उत्तर प्रदेश में चर्चित धर्मांतरण मामले में चंगुर पीर बाबा के नाम से मशहूर जलालुद्दीन जांच के घेरे में हैं उत्तर प्रदेश की एंटी टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने लगातार सात दिनों तक उनसे पूछताछ की इन सवालों का केंद्र बिंदु था – अवैध धर्मांतरण, विदेशों से फंडिंग, संदिग्ध नेटवर्क और सीमा पार एजेंटों से संबंध जलालुद्दीन हर आरोप से इनकार करते रहे, लेकिन ATS उनकी आर्थिक गतिविधियों, विदेशी कनेक्शन और संभावित गुप्त नेटवर्क की परतें उधेड़ने में लगी है. आइए जानते है इस खबर को विस्तार से...
अचानक बढ़ी संपत्ति पर सवाल
ATS का सवाल: आपने इतने बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कैसे किया? इसमें कौन-कौन शामिल था? आप एक फकीर से करोड़पति कैसे बन गए?
जलालुद्दीन का जवाब: मुझे कुछ नहीं पता मैं बेगुनाह हूं मैं सिर्फ इस्लाम का पालन करता हूं अल्लाह ही सब कुछ है.
एजेंटों का नेटवर्क और गल्फ देशों से संबंध
ATS का सवाल: आपके एजेंट कहां हैं? आप हिन्दू लड़कियों को गल्फ देशों कैसे ले जाते हैं?
जलालुद्दीन का जवाब: मैं इसमें शामिल नहीं हूं मेरा धर्मांतरण से कोई लेना-देना नहीं है.
गहने बेचने वाले से आलीशान कोठी तक
ATS का सवाल: पहले आप अंगूठियां और नग बेचते थे फिर इतनी बड़ी कोठी कैसे बन गई?
जलालुद्दीन का जवाब: जनता ने मुझ पर भरोसा किया, उन्होंने दान दिया ये सब अल्लाह की नेमत है.
विदेशी फंडिंग के आरोप
ATS का सवाल: विदेश से कौन लोग या संस्थाएं आपके खाते में पैसा भेजते हैं?
जलालुद्दीन का जवाब: गल्फ में काम करने वाले लोग अपने घर वालों के लिए पैसा भेजते थे मैं उसमें से कुछ कमीशन रखता था और बाकी लौटा देता था.
भारत-नेपाल सीमा के पास मदरसों को फंडिंग?
ATS का सवाल: आपने किन मदरसों को नेपाल सीमा के पास फंड किया?
जलालुद्दीन का जवाब: मैं किसी मदरसे में नहीं जाता और न ही मेरी ऐसी किसी फंडिंग से कोई संबंध है.
कथित “टास्क फोर्स” – युवाओं की टीम?
ATS का सवाल: क्या आपने युवाओं की एक टीम बनाई थी, जो आपके लिए कुछ भी करने को तैयार थी?
जलालुद्दीन का जवाब: मुझ इस बात की कोई जानकारी नहीं, मैं तो बस अल्लाह और इस्लाम का संदेश लोगों तक पहुंचाता हूं.
नासरीन उर्फ नीटू और उनका धर्मांतरण
ATS का सवाल: आप नासरीन उर्फ नीटू को कैसे जानते हैं? उनका धर्म परिवर्तन कैसे हुआ?
जलालुद्दीन का जवाब: उनकी बेटी बीमार थी मैंने उस पर दुआ पढ़ी वह प्रभावित हुई और खुद ही इस्लाम अपना लिया
बेटे को फंडिंग की जिम्मेदारी देने की योजना?
ATS का सवाल: क्या आप विदेशी फंडिंग का काम अपने बेटे महबूब को सौंपना चाहते थे?
जलालुद्दीन का जवाब: मुझे कभी कोई विदेशी फंडिंग नहीं मिली.
3,000 युवाओं का संगठन?
ATS का सवाल: क्या आपने 3,000 युवाओं की एक टीम बनाई थी जो लव जिहाद में शामिल थी?
जलालुद्दीन का जवाब: बिल्कुल नहीं यह पूरी तरह से गलत और बेबुनियाद आरोप है.
देश छोड़ने की योजना?
ATS का सवाल: क्या आपके बेटे की गिरफ्तारी के बाद आप देश से भागने की सोच रहे थे?
जलालुद्दीन का जवाब: बिल्कुल नहीं मैं कहीं नहीं जा रहा यह मेरा वतन है और मैं यहीं रहूंगा.
ATS की पूछताछ के दौरान जलालुद्दीन ने हर आरोप को नकारा है, लेकिन जांच एजेंसियां उनके बैंक खातों, विदेशी फंडिंग, संदिग्ध नेटवर्क और सीमावर्ती क्षेत्रों में उनकी गतिविधियों की बारीकी से पड़ताल कर रही हैं यह मामला अब गहराई से राजनीतिक और राष्ट्रीय सुरक्षा से भी जुड़ता जा रहा है.


