घर छोड़ने के बहाने दी लिफ्ट, जबरन पिलाई शराब...महिला कर्मचारी भी साजिश में शामिल, उदयपुर कांड में हुए चौंकाने वाले खुलासे
उदयपुर में एक आईटी कंपनी की पार्टी के बाद मैनेजर पद पर कार्यरत महिला के साथ चलती कार में गंभीर अपराध का आरोप लगा है. पुलिस ने कंपनी के सीईओ सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चार दिन की हिरासत में भेजा है.

उदयपुरः साल के अंत में जब देशभर में त्योहारों और पार्टियों का माहौल बना हुआ था, उसी दौरान राजस्थान के उदयपुर से एक बेहद चौंकाने और परेशान करने वाली घटना सामने आई. एक निजी आईटी कंपनी में कार्यरत महिला के लिए सहकर्मियों के साथ मनाया गया जश्न एक डरावनी रात में बदल गया. आरोप है कि जन्मदिन और ईयर-एंड पार्टी के बाद महिला के साथ चलती कार में गंभीर अपराध किया गया.
जश्न से शुरू हुई रात
यह घटना 20 दिसंबर की रात की बताई जा रही है. पीड़िता उदयपुर स्थित एक निजी आईटी फर्म में मैनेजर के पद पर कार्यरत है. वह कंपनी के सीईओ के जन्मदिन और साल के अंत की पार्टी में शामिल हुई थी, जो शोभागपुरा इलाके के एक होटल में आयोजित की गई थी. पार्टी खत्म होने के बाद अधिकतर मेहमान चले गए, लेकिन यहीं से घटनाओं ने भयावह मोड़ ले लिया.
घर छोड़ने का बहाना
पीड़िता की शिकायत के अनुसार, पार्टी के बाद उसी कंपनी में काम करने वाली एक महिला कर्मचारी ने उसे घर छोड़ने की पेशकश की. महिला उसे उस कार तक ले गई, जिसमें पहले से कंपनी का सीईओ और उस महिला का पति मौजूद था. आरोप है कि घर छोड़ने के बहाने तीनों ने मिलकर अपराध की साजिश रची.
नशे की हालत में बनाया गया शिकार
पीड़िता ने आरोप लगाया कि रास्ते में एक दुकान से सिगरेट जैसी दिखने वाली कोई चीज खरीदी गई और उसे पीने को दिया गया. इसके बाद वह बेहोश हो गई. कुछ रिपोर्ट्स में यह भी सामने आया कि महिला को जबरन शराब पिलाई गई, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई और वह होश खो बैठी.
होश आने पर सामने आया खौफनाक सच
महिला ने बताया कि जब उसे होश आया, तो उसने खुद को चलती कार में असहाय हालत में पाया. आरोप है कि विरोध करने के बावजूद तीनों ने उस पर हमला किया. शिकायत में यह भी कहा गया है कि उसे पूरी रात कार में ही रखा गया और सुबह तड़के उसके घर छोड़ दिया गया.
मेडिकल जांच में हुई पुष्टि
घटना के बाद पीड़िता को गंभीर दर्द और कमजोरी महसूस हुई. इसके बाद उसने एक निजी अस्पताल में मेडिकल जांच करवाई, जहां यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई. इसके बाद महिला ने हिम्मत जुटाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
आईटी कंपनी की छवि पर सवाल
हैरानी की बात यह है कि जिस आईटी कंपनी के सीईओ पर आरोप लगे हैं, उसी कंपनी ने खुद को महिला-मित्रता के मापदंडों पर 5 में से 4.7 की रेटिंग दी हुई है. इस घटना के बाद कंपनी की कार्यसंस्कृति और सुरक्षा दावों पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं.
तीन आरोपी गिरफ्तार
रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने इस मामले में कंपनी के सीईओ, महिला कर्मचारी और उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है. उदयपुर के पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. मामला सुखेर थाना क्षेत्र में भारतीय न्याय संहिता की धारा 70(1) समेत अन्य धाराओं के तहत दर्ज किया गया है.


