राजस्थान विमान हादसा: शहीद भारतीय वायुसेना पायलट लोकेंद्र सिंह के घर 29 दिन पहले गूंजी थी किलकारी
भारतीय वायुसेना के पायलट स्क्वाड्रन लीडर लोकेन्द्र सिंह बुधवार को राजस्थान में जगुआर लड़ाकू विमान दुर्घटना में शहीद हो गए. वे अपने पीछे परिवार और एक महीने के बेटे को छोड़ गए.

Rajasthan Plane Crash: राजस्थान के चूरू जिले में 9 जुलाई 2025 को हुए हादसे में भारतीय वायुसेना का जगुआर फाइटर जेट प्रशिक्षण मिशन के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिसमें दो जांबाज पायलट शहीद हो गए. इनमें से एक हरियाणा के रोहतक निवासी स्क्वाड्रन लीडर लोकेंद्र सिंह सिंधु, जिनकी वीरता और बलिदान की कहानी हर किसी की आंखें नम कर रही है. जब पता चला कि लोकेंद्र सिंह एक महीना पहले ही पिता बने थे. उनकी पत्नी, डॉ. सुरभि सिंधु ने मात्र एक महीने पहले 10 जून को उनके बेटे को जन्म दिया था. परिवार में खुशियों की लहर अभी थमी भी नहीं थी कि इस घटना ने सबको शोक में डाल दिया है.
चूरू वीमान हादसा
9 जुलाई को दोपहर करीब 12:55 बजे चूरू के रतनगढ़ क्षेत्र में भानुदा गांव के पास यह हादसा हुआ. भारतीय वायुसेना का जगुआर ट्रेनर जेट, जो सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ान पर था, तकनीकी खराबी के कारण खेतों में जा गिरा. वहा मौजूद लोगो के अनुसार, आसमान में तेज धमाके की आवाज के बाद आग की लपटें और धुएं का गुबार दिखाई दिया. और "विमान एक पेड़ पर गिरा, जिससे पेड़ में आग लग गई. मलबे के पास शवों के टुकड़े बिखरे मिले."
लोकेंद्र सिंह का लाईफ
लोकेंद्र सिंह सिंधु, जो 44 वर्ष के थे, एक अनुशासित और समर्पित सैनिक थे. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रोहतक के एमडीयू मॉडल स्कूल से की और बाद में राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) के माध्यम से भारतीय वायुसेना में शामिल हुए. दो साल से अधिक समय तक उन्होंने देश की सेवा की और एक प्रशिक्षक पायलट के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाई.
लोकेंद्र सिंह सिंधु का पार्थिव शरीर 10 जुलाई को रोहतक पहुंचेगा, जहां शीला बाईपास चौक के पास रामबाग में पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. भारतीय वायुसेना ने इस हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित की है. स्थानीय लोगों और प्रशासन ने शहीदों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है.
इस दुखद घटना ने न केवल रोहतक, बल्कि पूरे देश को शोक में डुबो दिया है. आज सिर्फ रोहतक ही नहीं, बल्कि पूरा देश शोक में है. देश के एक वीर सपूत, स्क्वाड्रन लीडर लोकेंद्र सिंह सिंधु की शहादत का अत्यंत दुखद समाचार मिला है. उनका बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा.


