सदानंद दाते होंगे महाराष्ट्र के नए DGP, रश्मि शुक्ला को मिलेगा विदाई सम्मान
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सदानंद दाते महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में पदभार संभालने वाले हैं. उनकी नियुक्ति दिसंबर 2026 तक रहेगी.

वरिष्ठ पुलिस अधिकारी सदानंद दाते महाराष्ट्र के नए पुलिस महानिदेशक (DGP) के रूप में पदभार संभालने वाले हैं. उनकी नियुक्ति दिसंबर 2026 तक रहेगी, जिसके दौरान वह राज्य पुलिस बल की कमान संभालेंगे. दाते 1990 बैच के महाराष्ट्र कैडर के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं और वर्तमान में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के महानिदेशक के रूप में कार्यरत हैं.
मौजूदा DGP रश्मि शुक्ला का स्थान लेंगे सदानंद दाते
सदानंद दाते, मौजूदा DGP रश्मि शुक्ला का स्थान लेंगे, जो 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाली हैं. दाते को पिछले साल 27 मार्च को NIA का प्रमुख नियुक्त किया गया था, जो आतंकी गतिविधियों की जांच के लिए विशेष रूप से गठित एजेंसी है.
सदानंद दाते ने अपने करियर में बहादुरी और प्रतिबद्धता के कई उदाहरण पेश किए हैं. उन्हें विशेष रूप से 26/11 मुंबई आतंकवादी हमलों के दौरान उनके नेतृत्व और साहस के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था. उस रात CST (छत्रपति शिवाजी टर्मिनस) पर आतंकवादियों की गोलीबारी की सूचना मिलने के बाद, तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दाते ने अपने हाथ और पैर में चोट लगने के बावजूद आतंकवादियों का सामना किया और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को उनकी स्थिति की जानकारी दी. उनकी टीम की त्वरित और निर्णायक कार्रवाई ने कई नागरिकों की जान बचाई.
दाते का करियर
दाते का करियर विभिन्न महत्वपूर्ण पदों से भरा रहा है. उन्होंने केंद्रीय जांच ब्यूरो में डीआईजी, केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (CRPF) में आईजी (ऑपरेशंस) और मुंबई के मीरा-भयंदर एवं वसई-विरार क्षेत्र के पुलिस आयुक्त के रूप में भी कार्य किया है. मुंबई में संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) के दौरान, उन्होंने सोशल मीडिया निगरानी के लिए विशेष प्रयोगशाला शुरू की और पुलिस अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए केंद्र स्थापित किया.
सदानंद दाते ने शिक्षा में भी उत्कृष्टता दिखाई है. उन्होंने एमकॉम के साथ-साथ पुणे विश्वविद्यालय से आर्थिक अपराधों में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है. अपने गृह राज्य महाराष्ट्र में विभिन्न पदों पर सेवा देने के बाद, वे केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए, जहां CRPF और नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में कार्य किया. उनके नेतृत्व में MBVV पुलिस आयुक्तालय का पहला प्रमुख बनने के बाद, उन्होंने ठाणे और पालघर जिलों में कानून व्यवस्था और अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
IPS अधिकारी के रूप में दाते ने अपने पूरे करियर में ईमानदारी, साहस और रणनीतिक सोच का परिचय दिया है. अब महाराष्ट्र के DGP के रूप में उनकी नियुक्ति राज्य पुलिस बल के लिए नई दिशा और मजबूती का प्रतीक मानी जा रही है.


