पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में शोक की लहर, सड़क हादसे में सिंगर हरमन सिद्धू की मौत
पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है. मशहूर पंजाबी गायक हरमन सिद्धू की देर रात हुए सड़क हादसे में मौत हो गई. यह दुर्घटना शुक्रवार रात लगभग 12 बजे हुई, जब हरमन सिद्धू कार में सवार होकर मानसा से अपने गांव ख्याला की ओर लौट रहे थे.

जालंधर: पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है. मशहूर पंजाबी गायक हरमन सिद्धू की देर रात हुए सड़क हादसे में मौत हो गई. यह दुर्घटना शुक्रवार रात लगभग 12 बजे हुई, जब हरमन सिद्धू कार में सवार होकर मानसा से अपने गांव ख्याला की ओर लौट रहे थे. रास्ते में उनकी कार एक ट्रक से जा टकराई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि उन्होंने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार
फिलहाल, हादसे के कारणों का पता नहीं लग पाया है. मानसा पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और उन्होंने हरमन सिद्धू के शव को सिविल अस्पताल भेजा. इसके बाद परिवार को हादसे की जानकारी दी गई. उनके पैतृक गांव ख्याला में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. उनकी अचानक हुई मौत से पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री सदमे में है. कुछ ही महीनों में लगातार कई कलाकारों के निधन ने इंडस्ट्री को गहरा दुख दिया है, जिनमें राजवीर जवंदा और जसविंदर भल्ला जैसे नाम भी शामिल हैं.
पंजाबी गायिकी में एक खास पहचान बनाई
हरमन सिद्धू ने पंजाबी गायिकी में एक खास पहचान बनाई थी. करीब एक दशक पहले, जब डुएट गीतों (दोगाना सिंगिंग) का दौर चल रहा था, तब हरमन सिद्धू अपने करियर की ऊंचाइयों पर थे. उनकी कैसेट 'पेपर ते प्यार' ने उन्हें रातों-रात मशहूर बना दिया था और वे मेलों और अखाड़ों के प्रमुख कलाकार बन गए. उनकी जोड़ी मिस पूजा के साथ खूब पसंद की गई. दोनों ने मिलकर कई सफल म्यूजिक एलबम दिए, जो आज भी लोगों की यादों में ताजा है.
दो गाने रिलीज होने वाले थे
दोगाने के दौर के खत्म होने के बाद हरमन सिद्धू फिर से नए अंदाज की सिंगिंग में वापसी की तैयारी कर रहे थे. उनके परिवार के मुताबिक, साल 2025 के अंत तक उनके दो गाने रिलीज होने वाले थे. इन गानों की शूटिंग पूरी हो चुकी थी और इन्हीं प्रोजेक्ट्स के सिलसिले में वह मानसा आए हुए थे. काम खत्म करने के बाद वे अपने घर लौट रहे थे, तभी यह हादसा हो गया.
डेढ़ साल पहले हुआ था पिता का निधन
पारिवारिक सूत्र बताते हैं कि डेढ़ साल पहले ही हरमन सिद्धू के पिता का निधन हुआ था. अब उनके परिवार में उनकी मां, पत्नी और एक बेटी है. हरमन अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे, इसलिए परिवार पर यह दुख और भी गहरा है. उनके कुछ लोकप्रिय गीतों में मुल्तान वर्सेज रशिया, पेपरां दे विच्चों दोवें फेल नखरो नी मैंनू लगदा होवांगे, उंगलां दे उत्ते जेहड़े रैहण नच्चदे, तेरे नैणा मूरे बिल्लो राणिए, ठेकेयां दे फेल ने ब्रांड नीं, जिदेयां मुकदरां च होणा तेरा प्यार, बड़ा भागां वाला होउ, तैनूं नचणा सिखा दइए आ मेलणे, पर्चे पैंदे आं तां पैण देओ व असीं ठोकांगे कोई चक्कर नीं जैसे गाने शामि है.


