कर्नाटक में फेरबदल की अटकलें हुई तेज, इस कांग्रेस MLA के बयान से छिड़ी बहस... CM सिद्धारमैया ने कही ये बात
Karnataka Politics : कर्नाटक में सत्ता परिवर्तन को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है. कांग्रेस विधायक एच. डी. रंगनाथ ने उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार को भविष्य का मुख्यमंत्री बताया, जबकि सीएम सिद्धारमैया ने स्पष्ट किया कि वह अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे. कांग्रेस हाईकमान ने नेताओं को इस मुद्दे पर बयानबाज़ी से रोका है. नवंबर में संभावित बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं, लेकिन अंतिम निर्णय पार्टी नेतृत्व पर निर्भर है.

Karnataka Politics : कर्नाटक की राजनीति में एक बार फिर सत्ता परिवर्तन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं. कांग्रेस के कुनिगल से विधायक एच. डी. रंगनाथ द्वारा उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार को लेकर दिए गए बयान ने इस बहस को और हवा दे दी है. रंगनाथ ने सार्वजनिक रूप से अपनी इच्छा जताई कि वे डी. के. शिवकुमार को एक दिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहते हैं. हालांकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है और साफ कहा है कि वे अपना कार्यकाल पूरा करेंगे.
डी.के. शिवकुमार की तारीफ में बोले विधायक रंगनाथ
शिवकुमार को लेकर भावनात्मक बयान
रंगनाथ, जो शिवकुमार के रिश्तेदार भी हैं, ने कहा कि जनता और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावना है कि आने वाले समय में शिवकुमार कर्नाटक के मुख्यमंत्री बनें. उन्होंने शिवकुमार की दिनचर्या का उल्लेख करते हुए कहा कि सुबह 8 बजे से रात 3 बजे तक लगातार काम करने वाला नेता बिरला ही होता है. उनके अनुसार शिवकुमार के पास जनता का प्यार, हाईकमान का विश्वास और भगवान का आशीर्वाद तीनों हैं.
समय का निर्धारण हाईकमान के अधीन
जब रंगनाथ से पूछा गया कि शिवकुमार कब मुख्यमंत्री बन सकते हैं, तो उन्होंने स्पष्ट कहा कि यह फैसला करना उनके स्तर की बात नहीं है. यह पूरी तरह पार्टी हाईकमान का अधिकार क्षेत्र है और वही समय आने पर निर्णय करेगा.
सीएम सिद्धारमैया की भी प्रशंसा
रंगनाथ ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की भी सराहना की और कहा कि उन्होंने गरीबों के लिए जो पांच गारंटी योजनाएं लागू की हैं, वे पूरे देश के लिए एक उदाहरण बन गई हैं. इसके बावजूद उन्होंने दोहराया कि भविष्य में डी.के. शिवकुमार को मुख्यमंत्री बनते देखना स्वाभाविक इच्छा है.
नवंबर में सत्ता परिवर्तन की अटकलें
पूर्व सांसद एल. आर. शिवरामे गौड़ा ने भी रंगनाथ की बातों का समर्थन करते हुए कहा कि डी.के. शिवकुमार के भविष्य को लेकर कोई संदेह नहीं है. उन्होंने दावा किया कि नवंबर में सत्ता परिवर्तन हो सकता है, हालांकि उन्होंने भी यह साफ किया कि अंतिम निर्णय पार्टी नेतृत्व द्वारा ही लिया जाएगा.
“मैं पांच साल का कार्यकाल पूरा करूंगा”
इस पूरे घटनाक्रम पर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने स्पष्ट रूप से कहा कि वे अपना पूरा कार्यकाल पूरा करेंगे. उन्होंने कहा कि नवंबर में उनके ढाई साल पूरे हो रहे हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि नेतृत्व बदला जाएगा. उन्होंने भरोसा जताया कि वे अगले वर्ष भी मैसूर दशहरा में भाग लेंगे और अपनी परंपरा को निभाते रहेंगे.
सत्ता परिवर्तन पर बयानों से परहेज
गौरतलब है कि इससे पहले कांग्रेस नेतृत्व ने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को ताकीद की थी कि वे सत्ता परिवर्तन को लेकर कोई भी सार्वजनिक टिप्पणी न करें. कुछ नेताओं को इस तरह की बयानबाजी के लिए कारण बताओ नोटिस भी भेजे जा चुके हैं.
पावर शेयरिंग मॉडल की चर्चा फिर तेज
पिछले कुछ समय से कांग्रेस के भीतर यह चर्चा रही है कि कर्नाटक में पावर शेयरिंग फॉर्मूला लागू किया गया है, जिसके अनुसार सिद्धारमैया ढाई साल और डी.के. शिवकुमार अगले ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री रहेंगे. चूंकि नवंबर में सिद्धारमैया का ढाई साल का कार्यकाल पूरा हो रहा है, ऐसे में एक बार फिर इस फॉर्मूले की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है.
सत्ता परिवर्तन की अटकलों से राजनीति तेज
कर्नाटक की राजनीति में सत्ता परिवर्तन की अटकलें फिर से गर्म हो चुकी हैं. हालांकि आधिकारिक रूप से कांग्रेस नेतृत्व ने कोई संकेत नहीं दिया है, लेकिन नेताओं की बयानबाजी और भीतरखाने की हलचलें जरूर इस ओर इशारा कर रही हैं कि आने वाले समय में कोई बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम हो सकता है.


