Video: चेन्नई के पास डीजल ट्रेन में लगी आग, धुएं से ढका इलाका
तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में रविवार तड़के चेन्नई पोर्ट से ईंधन लेकर जा रही एक मालगाड़ी में आग लग गई. हादसे के बाद चार डिब्बों में आग फैल गई और रेल सेवाएं बाधित हो गईं. मौके पर दमकल की कई गाड़ियां पहुंची और राहत कार्य जारी है.

Train Fire Chennai: तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले में रविवार तड़के एक बड़ा रेल हादसा हो गया, जब चेन्नई पोर्ट से ईंधन लेकर आ रही एक मालगाड़ी में आग लग गई. इस हादसे ने इलाके में हड़कंप मचा दिया. हादसे के तुरंत बाद मौके पर कई दमकल गाड़ियां भेजी गईं, जिन्होंने आग बुझाने का काम शुरू किया और चार प्रभावित डिब्बों को बाकी ट्रेन से अलग कर दिया गया.
इस घटना के बाद चेन्नई की ओर जाने वाली अऱक्कोनम रेल लाइन पर सेवाएं पूरी तरह से ठप हो गई हैं. दक्षिण रेलवे ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे यात्रा से पहले ट्रेनों की स्थिति की जानकारी अवश्य लें. हादसे की गंभीरता को देखते हुए आसपास के इलाके को खाली कराया गया और घरों में रखे गैस सिलेंडरों को भी हटाया गया.
#WATCH | Tamil Nadu: Freight train carrying diesel catches fire near Tiruvallur. Efforts to douse the fire underway. pic.twitter.com/1F1lNXt8SS
— ANI (@ANI) July 13, 2025
कैसे लगी आग?
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, ट्रेन के पटरी से उतरने के बाद उसमें आग लग गई. हालांकि, आग लगने के असल कारण की पुष्टि अभी नहीं हो सकी है. रेलवे पुलिस ने इस मामले में प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है ताकि सही कारणों का पता लगाया जा सके.
घटनास्थल पर दिखा धुएं का घना गुबार
घटना के वीडियो और तस्वीरों में देखा गया कि ट्रेन के डिब्बों से घना धुआं उठ रहा है. प्रशासन ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे घटनास्थल से दूर रहें और राहत कार्य में सहयोग करें.
ट्रेनों के संचालन में बदलाव
हादसे के बाद दक्षिण रेलवे ने ट्वीट किया, "तिरुवल्लूर के पास आग लगने की घटना के कारण सुरक्षा के तहत ओवरहेड पावर सप्लाई बंद कर दी गई है. इससे ट्रेनों के संचालन में बदलाव हुए हैं. यात्री कृपया यात्रा से पहले अपडेट्स चेक करें." हादसे के चलते अरक्कोनम लाइन पर रेल संचालन पूरी तरह से ठप हो गया है, जिससे चेन्नई आने-जाने वाली कई ट्रेनों पर असर पड़ा है. रेलवे ने स्थिति सामान्य करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं.
घटना के बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आसपास के इलाके को खाली कराया. स्थानीय निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और उनके घरों से एलपीजी सिलेंडर हटाए गए, ताकि किसी तरह की और अनहोनी से बचा जा सके.


