नोबेल पुरस्कार विजेता की तारीफ करते नहीं थकते थे ट्रंप, गिरफ्तारी के वक्त मचाडो के साथ खड़े थे अमेरिकी राष्ट्रपति
Trump On Maria Corina : वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार मिला है. उन्होंने मादुरो शासन के खिलाफ लोकतंत्र की लड़ाई लड़ी. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस दौड़ में पीछे रह गए. ट्रंप पहले मचाडो की तारीफ कर चुके हैं. व्हाइट हाउस ने नोबेल कमेटी पर राजनीति को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया. यह पुरस्कार वेनेजुएला के लोकतांत्रिक संघर्ष को वैश्विक मान्यता देता है.

Trump ON Maria Corina : वेनेजुएला की लोकतंत्र समर्थक नेता मारिया कोरिना मचाडो को 2025 का नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया है. मचाडो को यह सम्मान वेनेजुएला में लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के अधिकार के लिए किए गए संघर्ष के लिए दिया गया है. उन्होंने लंबे समय तक वेनेजुएला के सत्तारूढ़ मादुरो शासन के खिलाफ मोर्चा संभाले रखा और लोगों की आवाज को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुँचाया.
डोनाल्ड ट्रंप रह गए पीछे
ट्रंप ने की थी मचाडो की तारीफ
इस वर्ष जनवरी में, जब मचाडो को कुछ समय के लिए गिरफ्तार किया गया था, उस दौरान ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में उनकी तारीफ की थी. उन्होंने लिखा था कि मारिया कोरिना मचाडो और उनके समर्थक शांतिपूर्ण तरीके से वेनेजुएला के लोगों की आवाज़ को दुनिया के सामने ला रहे हैं. ट्रंप ने यह भी कहा था कि इन स्वतंत्रता सेनानियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए.
राष्ट्रपति चुनावों को लेकर हुआ था विवाद
वेनेजुएला में 2024 में हुए राष्ट्रपति चुनावों को लेकर भारी विवाद हुआ था. विपक्ष और अमेरिका दोनों ने आरोप लगाया था कि राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने चुनावों में धांधली की. विपक्ष के प्रत्याशी गोंजालेज, जिन्हें मचाडो का समर्थन प्राप्त था, को वास्तविक विजेता माना गया. इसी चुनावी प्रक्रिया के बाद मचाडो ने फिर से सार्वजनिक रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. अगस्त 2024 के बाद यह उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति थी, क्योंकि वे गिरफ्तारी के डर से लंबे समय तक भूमिगत थीं.
व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया
नोबेल पुरस्कार की घोषणा के बाद व्हाइट हाउस ने तीखी प्रतिक्रिया दी. एक बयान में कहा गया कि नोबेल कमेटी ने इस बार "शांति के ऊपर राजनीति को तरजीह दी है." यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि अमेरिका की मौजूदा सरकार नोबेल समिति के इस फैसले से पूरी तरह सहमत नहीं है.
मारिया कोरिना मचाडो का नोबेल शांति पुरस्कार जीतना वेनेजुएला के लोकतांत्रिक आंदोलन के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है. वहीं, डोनाल्ड ट्रंप का इस रेस से बाहर रह जाना उनके समर्थकों के लिए जरूर निराशाजनक है. आने वाले दिनों में ट्रंप की प्रतिक्रिया और इस पुरस्कार के अंतरराष्ट्रीय प्रभावों पर नजर बनी रहेगी.


