उमेश पाल हत्याकांड के प्रमुख आरोपित माफिया अतीक अहमद को साबरमती जेल से यूपी के प्रयागराज लाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस अहमदाबाद पहुंची है। पुलिस अतीक को सड़क मार्च से प्रयागराज लाने की तैयारी में है। ऐसे में अब प्रश्न उठाए जा रहे है कि विकास दुबे की तरह अतीक की गाड़ी भी रास्ते में कहीं पलट न जाए। अतीक अहमद ने एनकाउंटर के डर के कारण से ही सुप्रीम कोर्ट यूपी ट्रांसफर न किए दाने के लिए याचिका भी दाखिल की थी।

अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से यूपी की प्रयागराज जेल में स्थानांतरित करने पर डीजी (जेल) आनंद कुमार ने बताया कि 'माफिया से नेता बने अतीक अहमद को जेल में हाई-सिक्योरिटी बैरक में आइसोलेशन में रखा जाएगा। उनके सेल में सीसीटीवी कैमरा होगा। जेल कर्मचारियों को उनके रिकॉर्ड के आधार पर चुना और तैनात किया जाएगा, उनके पास बॉडी वियर कैमरे होंगे। प्रयागराज जेल कार्यालय व जेल मुख्यालय वीडियो वॉल के माध्यम से चौबीसों घंटे निगरानी करेगा. प्रयागराज जेल में सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए डीआईजी जेल मुख्यालय भेजा जा रहा है।

"कोर्ट ने अपहरण के एक पुराने मामले में फैसला सुनाने के लिए 28 मार्च की तारीख तय की है... इस मामले में सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाना है। इस मामले में आरोपी माफिया अतीक अहमद को कोर्ट में पेश करने के लिए, प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने कहा कि एक पुलिस टीम को साबरमती जेल भेजा गया है।

 

मफिया अतीक अहमद को लाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस अहमदाबाद की साबरमती जेल पहुंची है। अतीक के सड़क मार्ग में प्रयागराज आने में लगभग दो दिन का समय लग सकता है। उत्तर प्रदेस की जो पुलिस टीम अतीक को लाने के गुजरात पहुंची है उसे अपने सफऱ में करीब 36 घंटे का समय लग सकता है। अतीक को लाने के लिए 2 प्रीजन वैन 40 पुलिस 1 डिप्टी SP समेत कई अधिकारी गुजरात गए है।

मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि राजू पाल हत्याकांड के अगले साल यानी 28 फरवरी 2016 को उमेश पाल हत्याकांड का अपहरण कर अतीक अहमद के कर्बला स्थित कर्यालय ले जाया गया था। आरोप है कि अतीक और अशरफ ने राजू पाल हत्याकांड में गवाही बदलने के लिए उमेश पाल को धमकाया और दूसरे दिन एक मार्च 2006 को अदालत में ले जाकर अपने पक्ष में गवाही दर्ज करा ली थी।