नहीं आती सैलरी तो भी मिलेगा लोन, बस 'डिजिटल फुटप्रिंट' होना चाहिए दमदार
Home Loans: समय के साथ-साथ होम लोन लेने का तरीका भी बदल गया है.आज के समय में कई वित्तीय संस्थाओं की ओर से बिना इनकम प्रूफ के भी होम लोन दिया जाता है,वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने कहा कि बजट में घोषित की गई योजना के अनुसार, वित्त मंत्रालय अब व्यक्ति के डिजिटल फुटप्रिंट के आधार पर होम लोन उपलब्ध कराने के लिए तैयारी चल रही है.

Home Loans: घर खरीदना हर किसी का सपना होता है. कई बार देखा जाता है कि औपचारिक आय प्रमाण न होने के कारण एलआईजी (निम्न-आय समूह) और ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) श्रेणियों में आने वाले लोग घर नहीं ले पाते हैं, लेकिन मौजूदा समय में वक्त बदल गया है.अब बिना औपचारिक आय प्रमाण के भी कई हाउसिंग फाइनेंस कंपनियां लोन दे देती हैं
एमएसएमई के लिए नए मॉडल के बाद वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने कहा कि बजट में घोषित की गई योजना के अनुसार, वित्त मंत्रालय अब व्यक्ति के डिजिटल फुटप्रिंट के आधार पर होम लोन देने के लिए एक समान उत्पाद विकसित कर रहा है. ये कदम होम लोन के लिए आवेदन करने वाले उन व्यक्तियों के लिए लाभकारी होगा जिनकी लोन योग्यता का निर्धारण आसान नहीं है
बजट के बाद घोषणा
बजट 2024-25 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक (PSB) बाहरी मूल्यांकन पर निर्भर रहने के बजाय एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) को लोन देने के लिए अपनी आंतरिक क्षमता का निर्माण करेंगे. नए मॉडल के तहत, बैंक एमएसएमई का लोन अप्रूवल उसके डिजिटल फुटप्रिंट के आधार पर करेंगे, न कि उसकी बैलेंस शीट के आधार पर होगा.
डिजिटल फुटप्रिंट
जोशी ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में कहा,'इसी तरह, हम हाउसिंग सेक्टर के लिए भी विकसित कर रहे हैं. बैंक पहले ही इस मॉडल पर काम कर चुके हैं. अभी तक, बैंकों से होम लोन केवल उन लोगों को उपलब्ध है जो वेतनभोगी हैं या टैक्स रिटर्न दाखिल करते हैं. जिन लोगों के पास ये (आवश्यक दस्तावेज) नहीं हैं, बैंक उनके डिजिटल फुटप्रिंट देखकर उन्हें (नए मॉडल के तहत) लोन दे सकते हैं' उन्होंने कहा कि नए मॉडल के तहत, जिसे एक तिमाही के भीतर विकसित किए जाने की संभावना है, बैंक लोन अप्रूवल करते समय व्यक्तियों के खर्च के पैटर्न पर विचार करेंगे.
लोन लेना आसान
वित्तीय सेवा सचिव विवेक जोशी ने आगे कहा कि किसी के पास चाय और समोसा बेचने वाली दुकान है, बैंक को पता है कि दुकान अच्छा चल रही है, लेकिन नियम उन्हें लोन देने की अनुमति नहीं देते हैं. उन्होंने कहा, 'इसके बाद व्यवसाय का मालिक अपना बैंक खाता या बिजली का बिल दिखा सकता है, जिससे बैंक के लिए 5 लाख या 10 लाख रुपये का लोन देना आसान हो जाएगा' उन्होंने कहा कि इससे अधिक संख्या में एमएसएमई को लोन देने में मदद मिलेगी.


