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क्या व्हाट्सएप ने अपनाया अरट्टाई का रास्ता? जल्द शुरू होगी दोनो ऐप्स के बीच चैटिंग सुविधा

भारत का अपना मैसेजिंग ऐप Arattai और WhatsApp जैसे बड़े प्लेटफॉर्म्स के बीच क्रॉस-मैसेजिंग का सपना सच होने वाला है. खबरों के मुताबिक है कि व्हाट्सएप ने एक नया फीचर टेस्ट करना शुरू कर दिया है, जिससे आप सीधे दूसरे ऐप के यूजर्स को मैसेज भेज सकेंगे बिना ऐप बदले.

Goldi Rai
Edited By: Goldi Rai

नई दिल्ली: जोहो कंपनी द्वारा लाया गया अरट्टाई (Arattai) ऐप ने हाल ही में भारत में व्हाट्सएप के जगह पर अपनी मजबूत पहचान बनाई है. पिछले महीने अरट्टाई ने रिकॉर्ड तोड़ डाउनलोड हुआ. जिसके बाद कंपनी के संस्थापक श्रीधर वेम्बू ने कहा था कि सभी मैसेजिंग ऐप्स को एक-दूसरे से क्रॉस-कम्पैटिबल होना चाहिए. 

जानकारी के मुताबिक, व्हाट्सएप एक ऐसा फीचर टेस्ट कर रहा है जिससे यूजर्स अन्य मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद लोगों से चैट कर सकेंगे. यह फीचर अभी यूरोप के बीटा टेस्टर्स (Beta Testers) के लिए सीमित है, लेकिन इससे भविष्य में अरट्टाई जैसे ऐप्स के साथ व्हाट्सएप की इंटरऑपरेबिलिटी संभव हो सकती है.

क्या व्हाट्सएप से अरट्टाई यूजर को मैसेज भेजना संभव होगा?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, व्हाट्सएप अपने प्लेटफॉर्म में ऐसा फीचर जोड़ने की तैयारी कर रहा है जिससे यूजर्स दूसरे मैसेजिंग ऐप्स के यूजर्स को मौसेज भेज सकेंगे. इसका अर्थ है कि भविष्य में आप अरट्टाई यूजर से व्हाट्सएप पर ही बातचीत कर पाएंगे, बिना अरट्टाई ऐप खोले.

क्यों ला रहा है व्हाट्सएप यह नया फीचर?

पहली नजर में लग सकता है कि व्हाट्सएप ने वेम्बू की टीम से पहले यह कदम उठाया है, लेकिन वास्तव में इसके पीछे यूरोपियन यूनियन (EU) के सख्त Digital Markets Act (DMA) नियम हैं. यह अधिनियम बड़ी टेक कंपनियों के एकाधिकार को खत्म करने और उपयोगकर्ताओं के लिए प्लेटफॉर्म्स के बीच खुली संचार प्रणाली सुनिश्चित करने के उद्देश्य से बनाया गया है.

DMA के तहत बड़े मैसेजिंग प्लेटफॉर्म्स को अब अन्य सेवाओं के साथ ओपन कम्युनिकेशन चैनल्स बनाए रखना अनिवार्य है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह फीचर फिलहाल केवल एक थर्ड पार्टी ऐप BirdyChat के साथ काम कर रहा है. अन्य डेवलपर्स को व्हाट्सएप से अनुरोध भेजना होगा ताकि वे इस सुविधा का हिस्सा बन सकें, साथ ही उन्हें व्हाट्सएप की एन्क्रिप्शन आवश्यकताओं का पालन भी करना होगा. फिलहाल अरट्टाई में एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन की सुविधा उपलब्ध नहीं है, लेकिन कंपनी ने बोला है कि यह फीचर जल्द ही जोड़ा जाएगा.

क्या भारत में भी मिलेगा यह फीचर?

अभी के लिए व्हाट्सएप का यह क्रॉस-कम्पैटिबिलिटी फीचर केवल यूरोपीय बाजारों तक सीमित रहेगा ताकि वह EU नियमों का पालन कर सके. कंपनी ने भारत या अन्य क्षेत्रों में इस सुविधा के विस्तार को लेकर कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है.

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07 November 2025, 01:06 PM IST

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