टेस्ला का मुंबई में शोरूम, 15 जुलाई को होगी लॉन्चिंग, देखें पहली झलक
मुंबई में टेस्ला का पहला आधिकारिक स्टोर होगा.जिसका पहला झलक 15 जुलाई को दिखेगा.

Tesla First Glimpse: दुनिया की प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) निर्माता कंपनी, टेस्ला, ने आखिरकार भारत में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। कंपनी ने 15 जुलाई को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में अपने पहले शोरूम का उद्घाटन करेगा। यह लॉन्च कई वर्षों की चर्चा और प्रतीक्षा के बाद होगा, और भारतीय बाजार में टेस्ला के प्रवेश का प्रतीक बन चुका है। मुंबई में टेस्ला के शोरूम को लॉन्च और यह भारत में टेस्ला का पहला आधिकारिक स्टोर होगा. इस अवसर पर, कंपनी ने अपनी योजनाओं को विस्तार से साझा किया और बताया कि शोरूम के उद्घाटन के बाद कंपनी के भारत में अपने संचालन को गति देने की योजना है।
टेस्ला का पहला शोरूम
टेस्ला ने इस साल मार्च में मुंबई में अपने शोरूम के लिए लीज़ समझौते पर हस्ताक्षर किया था, जिसके बाद कंपनी ने स्थानीय बिक्री संचालन शुरू करने की दिशा में कदम बढ़ाए। खबरों के अनुसार, टेस्ला ने पहले ही अपने शंघाई कारखाने से मुंबई के लिए मॉडल Y की पांच इकाइयाँ भेजी हैं, जिनकी कीमत ₹2.77 मिलियन (लगभग $31,988) प्रति कार है। भारत में आयातित कारों पर 70% टैरिफ लगाए जाने के कारण, इन वाहनों पर अतिरिक्त आयात शुल्क ₹2.1 मिलियन प्रति इकाई के आसपास आ सकता है। लेकिन, कंपनी ने लंबे समय से आयात शुल्क में कटौती की पैरवी की थी, जिसके कारण टेस्ला की भारत में एंट्री में देरी हुई है।
भारत में उत्पादन की योजनाएँ नहीं
केंद्रीय उद्योग मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने पिछले महीने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था, टेस्ला से हमें वास्तव में कोई उम्मीद नहीं है, उन्हें बस शोरूम शुरू करने हैं। उन्हें भारत में विनिर्माण में कोई दिलचस्पी नहीं है। यह बयान इस ओर इशारा करता है कि टेस्ला का भारत में मुख्य ध्यान खुदरा बुनियादी ढांचे की स्थापना पर है, न कि स्थानीय उत्पादन पर।
सरकार की नीतियां और टेस्ला का ऑफर
टेस्ला का भारत में एंट्री लंबे समय तक चली बातचीत के बाद संभव हो सका। सीईओ एलन मस्क ने पहले कहा था कि उनकी भारत यात्रा में देरी उनके "भारी दायित्वों" के कारण हुई। कंपनी ने आयात शुल्क में छूट की मांग की थी, जिसके तहत 40,000 डॉलर से कम मूल्य वाली कारों पर 70% और महंगे मॉडल्स पर 100% तक टैरिफ कम करने की बात की गई थी। लेकिन, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने इस साल की शुरुआत में स्पष्ट किया था कि भारत अपनी नीतियों में किसी एक वाहन निर्माता के पक्ष में बदलाव नहीं करेगा। उन्होंने कहा, सरकार का लक्ष्य केवल टेस्ला ही नहीं, बल्कि सभी वैश्विक ईवी निर्माताओं को आकर्षित करना है। गोयल ने यह भी बताया कि सरकार का उद्देश्य एक मजबूत इलेक्ट्रिक वाहन पारिस्थितिकी तंत्र तैयार करना है जो कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने और तेल आयात में कटौती करने में मदद करेगा।
वैश्विक बाजारों में गिरावट के बीच टेस्ला का भारत में कदम
टेस्ला का भारत में प्रवेश यूरोप और चीन जैसे प्रमुख बाजारों में बिक्री में गिरावट के बाद हुआ है। ऐसे में टेस्ला के लिए भारत जैसे उभरते हुए ईवी बाजार में कदम रखना कंपनी की लम्बे रणनीति का हिस्सा हो सकता है।


