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टमाटर ने पहले आम आदमी को रुलाया, अब किसानों की बिगाड़ रहा हालत, खेत से बाहर फेंकने को हुए मजबूर...देखें Video

मानसून के सीजन में आम आदमी को रुलाने वाला टमाटर एक बार फिर चर्चा में है. इस बार सुर्खियों में कीमतों की वजह से नहीं बल्कि उत्पादन और बढ़ती आपूर्ति के कारण गिरते दाम हैं. कई राज्यों में 5 रुपये प्रति किलो तक गिर गई हैं. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक किसान टमाटर को एक ट्रॉली में भरकर खेत के बाहर फेंक रहा है

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

मानसून के सीजन में आम आदमी को रुलाने वाला टमाटर एक बार फिर चर्चा में है. इस बार सुर्खियों में कीमतों की वजह से नहीं बल्कि उत्पादन और बढ़ती आपूर्ति के कारण गिरते दाम हैं. हालात ये हो गए हैं किसान अपने टमाटर को खेत से बाहर फेंकने को मजबूर हो रहा है. इतना ही नहीं उचित भाव नहीं मिलने की वजह से किसान ने कई टमाटर को टैक्टर से रौंद डाला. खुदरा सब्जी मंडियों में इसका भाव 5 से 10 रुपये तक पहुंच गया है, जो कभी 200 रुपये किलो तक था.

किसान खेत से बाहर फेंक रहे टमाटर

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक किसान टमाटर को एक ट्रॉली में भरकर खेत के बाहर फेंक रहा है और भेड़ बकरियां उन्हें खा रही हैं. यह वीडियो इस्ंटाग्राम हैंडल garden_fresh_tomato नाम के सोशल मीडिया अकाउंट्स से शेयर किया गया है. वीडियो गुजरात का बताया जा रहा है. वीडियो देखने से पता चल रहा है कि किसान टमाटर के दाम न मिलने से आहत है. वीडियो को अब तक 1.30 लाख व्यूज मिल चुके हैं.

रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में टमाटर की कीमतों में भारी गिरावट आने से देश के कुछ क्षेत्रों में टमाटर की कीमतें 5 रुपये प्रति किलो से नीचे पहुंच गई हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि महाराष्ट्र के पुणे के सब्जी बाजार में टमाटर की कीमतें 5 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. इस गिरावट का मुख्य कारण टमाटर की अधिक आपूर्ति और मांग में कमी है, जिससे किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है. कई किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है.

टमाटर उत्पादक किसानों को हो रहा घाटा

रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि टमाटर की कीमतें कई राज्यों में 5 रुपये प्रति किलो तक गिर गई हैं. प्रमुख टमाटर उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में उत्पादन बढ़ा है, जिससे बाजार में आपूर्ति अधिक हो गई है. किसानों को टमाटर के लिए 1-2 रुपये प्रति किलो का भाव मिल रहा है. खेती की लागत (बीज, पानी, श्रम) की तुलना में यह कीमतें बेहद कम हैं, जिससे किसानों को घाटा हो रहा है.

मध्य प्रदेश के सागर में टमाटर पैदा करने वाले किसानों को एक क्रेट टमाटर की कीमत केवल 30 रुपये ही मिल रही है. एक क्रेट में करीब 40 किलो टमाटर होता है. इस लिहाज से देखा जाए, टमाटर के किसानों को एक किलो टमाटर का भाव 60 पैसे से लेकर 1 रुपये ही मिल रहा है. किसानों का कहना है कि टमाटर की फसल एक एकड़ रकबे में उगाने में उन्हें करीब दो लाख रुपये तक की लागत लगी है. ऐसी स्थिति में उचित दाम नहीं मिलने पर उनकी लागत भी नहीं निकल पा रही है.

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27 January 2025, 03:15 PM IST

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