खुलेआम फ्लाइट में ईसाइयत का प्रचार, अब कहां गए धर्म के प्रचार को गलत ठहराने वाले?
एक वीडियो इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है. वीडियो में तूतीकोरिन से चेन्नई (एमएए) जाने वाली घरेलू उड़ान में एक पादरी ईसाइयत का प्रचार करते हुए दिखाई दे रहा है. सवाल अब यह उठ रहा है कि इस धार्मिक प्रचार को अनुमति किसने दी. साथ ही पादरी को अब तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया.

एक वीडियो सामने आया है, जिसमें तूतीकोरिन से चेन्नई (एमएए) जाने वाली घरेलू उड़ान में एक पादरी ईसाइयत का प्रचार करते हुए दिखाई दे रहा है. यह घटना एयरलाइन के अंदर हुई, जहां पादरी यात्रियों को धार्मिक बातें सुना रहे थे. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और अब यह सवाल उठ रहे हैं कि इस धार्मिक प्रचार को अनुमति किसने दी.
एविएशन नियमों का उल्लंघन
इस घटना ने एविएशन नियमों का उल्लंघन किया है. विमान में धर्म प्रचार करना यात्री यात्रा के नियमों और शांति बनाए रखने के खिलाफ है. इसके बावजूद, अभी तक इस व्यक्ति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. सोशल मीडिया पर कई लोग इसे अव्यवस्थित और अनुशासनहीनता का उदाहरण मान रहे हैं.
कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद, तमिलनाडु सरकार पर भी सवाल उठाए गए हैं कि उन्होंने इसे क्यों नजरअंदाज किया. वहीं, नागरिक उड्डयन मंत्रालय से भी उम्मीद की जा रही है कि वे इस मामले में जल्द से जल्द कार्रवाई करें और आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करें. इस घटना ने धार्मिक प्रचार और सार्वजनिक स्थानों पर शांति बनाए रखने से जुड़ी बहस को फिर से छेड़ दिया है.
इस वीडियो को तूतीकोरिन से चेन्नई (एमएए) जाने वाली घरेलू उड़ान में शूट किया गया है, इस फ्लाइट में ये पादरी ईसाइयत का प्रचार कर रहा है ।
— 🇮🇳Jitendra pratap singh🇮🇳 (@jpsin1) February 10, 2025
इसे अनुमति किसने दी @JM_Scindia M Scindia @PMOIndia @narendramodi ?
एविएशन नियमों का उल्लंघन करने पर भी अभी तक यह व्यक्ति गिरफ्तार क्यों नहीं… pic.twitter.com/E7vGPsUAzO


