एस्परगर सिंड्रोम से पीड़ित हैं अरबपति बिल गेट्स, बेटी फोबे गेट्स ने किया खुलासा...जानें क्या होता है यह
दुनिया के मशहूर उद्योगपति और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स को लेकर एक अहम खुलासा हुआ है. उनकी बेटी फोबे गेट्स ने एक पॉडकास्ट में बताया कि उनके पिता एस्परगर सिंड्रोम से जूझ रहे हैं. यह न्यूरोलॉजिकल स्थिति व्यक्ति के सामाजिक व्यवहार को प्रभावित करती है. गेट्स ने भी पहले अपने अनुभव साझा किए थे, जिनसे इस स्थिति के संकेत मिलते हैं. यह खुलासा मानसिक स्वास्थ्य को लेकर वैश्विक संवाद को नई दिशा दे सकता है.

दुनिया के जाने-माने उद्योगपति और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स एस्परगर सिंड्रोम से जूझ रहे हैं. बिल गेट्स की बेटी फोबे गेट्स ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में यह जानकारी शेयर की. 22 वर्षीय फोबे ने 'कॉल हर डैडी' नामक पॉडकास्ट में बताया कि उनके पिता सामाजिक रूप से बेहद अलग स्वभाव के हैं और उन्हें एस्परगर सिंड्रोम है. फोबे ने बातचीत के दौरान बताया कि जब उन्होंने अपने पार्टनर को पहली बार अपने पिता से मिलवाया, तो वह काफी असहज हो गया था. उन्होंने कहा, “मेरे लिए वह क्षण मजेदार था क्योंकि मेरे पापा सामाजिक रूप से थोड़े अजीब हैं. उन्होंने पहले भी कहा है कि उन्हें एस्परगर है.”
बिल गेट्स ने भी दिए थे संकेत
बिल गेट्स ने इस साल की शुरुआत में संकेत दिए थे कि वे बचपन से ही अलग महसूस करते थे. हालांकि उन्होंने कभी औपचारिक रूप से इसका इलाज नहीं कराया, लेकिन यह माना कि यदि वे आज के समय में युवा होते, तो संभवतः उन्हें ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD) का इलाज करवाना पड़ता. उन्होंने यह भी बताया था कि एक डॉक्टर ने उन्हें बचपन में समझाया था कि उनका यह व्यवहार असामान्य नहीं, बल्कि विशिष्ट और सकारात्मक भी हो सकता है.
क्या होता है एस्परगर सिंड्रोम?
एस्परगर सिंड्रोम, ऑटिज्म स्पेक्ट्रम डिसऑर्डर (ASD) का एक रूप है. यह एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जिसमें प्रभावित व्यक्ति को सामाजिक संबंध बनाने, दूसरों की भावनाएं समझने और संवाद करने में कठिनाई हो सकती है. कई बार ऐसे लोग दोहराव वाले व्यवहार प्रदर्शित करते हैं और सामाजिक संकेतों को पकड़ने में असमर्थ रहते हैं.
सामान्य से अधिक होती है बौद्धिक क्षमता
हालांकि, एस्परगर सिंड्रोम से प्रभावित व्यक्तियों में विशेष प्रतिभाएं भी देखने को मिलती हैं. शोध के अनुसार, ऐसे लोगों में औसत से अधिक बौद्धिक क्षमता होती है और वे विशिष्ट क्षेत्रों, जैसे भाषा या गणित में असाधारण प्रदर्शन कर सकते हैं. इस कारण इसे अक्सर "उच्च-कार्यक्षमता ऑटिज्म" भी कहा जाता है.
विश्व स्तर पर व्यापक प्रभाव
2015 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक आबादी का लगभग 0.5% हिस्सा, यानी करीब 3.7 करोड़ लोग इस सिंड्रोम से प्रभावित हो सकते हैं. एक्सपर्ट के अनुसार, एक हजार बच्चों में से दो से छह बच्चों में यह स्थिति पाई जाती है. यह विकार लड़कों में लड़कियों की तुलना में तीन से चार गुना अधिक पाया जाता है. यह एक आजीवन स्थिति होती है, जिससे व्यक्ति को जीवनभर जूझना पड़ता है.
निजी जीवन पर असर
बिल गेट्स के निजी जीवन की बात करें तो उन्होंने मेलिंडा गेट्स से 1994 में विवाह किया था. दोनों का 2021 में तलाक हो गया. इस बीच, फोबे गेट्स द्वारा किया गया यह खुलासा गेट्स की निजी और सार्वजनिक छवि के एक नए पहलू को सामने लाता है, जिससे मानसिक स्वास्थ्य पर वैश्विक बहस को और बल मिल सकता है.


