भारत के मसालों के बिना तुर्की में नहीं बनेगी बिरयानी: जानें क्यों!
2023-24 में भारत ने तुर्की को 6.65 बिलियन डॉलर का सामान निर्यात किया, जिसमें चावल, मसाले, कपड़ा, चाय और कॉफी शामिल हैं. भारत, जो दुनिया का सबसे बड़ा बासमती चावल निर्यातक है, तुर्की को इसका प्रमुख आपूर्तिकर्ता है, और तुर्की इसका बड़ा खरीदार भी है.

Bharat Pakistan Tension, Boycott Turkey: भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच तुर्की ने पाकिस्तान के पक्ष में खुलकर बयान दिया था. इस पर भारत में तुर्की के खिलाफ गुस्सा फैल गया और इंटरनेट पर #BoycottTurkey ट्रेंड करने लगा. भारत और तुर्की के बीच व्यापारिक संबंध दशकों से अच्छे रहे हैं, और दोनों देशों के बीच कारोबार 10 बिलियन डॉलर से अधिक का हो चुका है. हालांकि, पाकिस्तान का समर्थन करने के बाद तुर्की को अब इस रिश्ते का भारी मूल्य चुकाना पड़ सकता है.
भारत से तुर्की को निर्यात किए गए सामान की सूची में चावल, मसाले, कपड़ा, चाय, कॉफी जैसी कई महत्वपूर्ण चीजें शामिल हैं. 2023-24 में भारत ने तुर्की को 6.65 बिलियन डॉलर का सामान निर्यात किया था. इनमें भारतीय बासमती चावल तुर्की में बेहद लोकप्रिय है, खासकर बिरयानी बनाने में. तुर्की के लोग भारतीय बासमती चावल से बनी बिरयानी का आनंद लेते हैं. इसके अलावा, भारत तुर्की को हल्दी, जीरा, धनिया, और लाल मिर्च जैसे मसाले भी निर्यात करता है, जो तुर्की में बिरयानी और अन्य व्यंजनों के लिए प्रमुख रूप से इस्तेमाल होते हैं.
बिरयानी के लिए भारत के मसालों की अहमियत
भारत तुर्की को कपास, सिल्क और रेडीमेड कपड़े भी भेजता है. तुर्की में भारतीय साड़ी, कुर्ते, बेडशीट और पर्दे बहुत पसंद किए जाते हैं. यदि दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास आती है, तो यह व्यापार पर सीधा असर डाल सकता है, खासकर भारत से तुर्की में निर्यात होने वाले कपड़े, चावल और मसाले पर. इसके अलावा, दार्जिलिंग चाय और भारतीय कॉफी भी तुर्की में बहुत लोकप्रिय हैं, और तुर्की में चाय का बहुत महत्व है.
तुर्की की रेसिपी में क्या खास है?
भारत-पाकिस्तान के तनाव के बीच तुर्की का पाकिस्तान का समर्थन तुर्की के लिए भारी पड़ सकता है. इस समय, तुर्की के लिए फ्लाइट कैंसिलेशन में 250 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है. कई ट्रैवल कंपनियां अपनी ग्राहकों से अपील कर रही हैं कि इस समय तुर्की की यात्रा से बचें. इसके साथ ही, कई ट्रैवल कंपनियों ने तुर्की के लिए अपने प्रमोशन और ऑफर भी बंद कर दिए हैं, ताकि लोग वहां यात्रा करने से बचें. यह साफ तौर पर दिखाता है कि तुर्की को भारत के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है, जो पाकिस्तान का समर्थन करने के कारण उत्पन्न हुआ है.
बिरयानी का स्वाद होगा फीका
भारत-तुर्की व्यापारिक संबंधों पर इस तनाव का क्या असर पड़ेगा, यह भविष्य में देखा जाएगा, लेकिन फिलहाल तुर्की को अपने समर्थन के कारण भारत में एक बड़े आर्थिक और यात्रा से जुड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता है.


