फाइटर जेट क्रैश की खबर से हिला चीन, भारत के वार से चीनी शेयर मार्केट में भूचाल!
China Share Market Crash: भारत-चीन तनाव के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है. भारत-पाकिस्तान के बीच जारी मिसाइल हमलों के दौरान चीन का एक फाइटर जेट मार गिराए जाने की सूचना है. इस घटना का असर सीधे तौर पर चीन की डिफेंस कंपनियों के शेयरों पर पड़ा है.

China Share Market Crash: भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर हाल ही में बढ़े तनाव और मिसाइल हमलों ने न केवल एशियाई राजनीति को गर्मा दिया है, बल्कि इससे चीन की डिफेंस इंडस्ट्री को भी बड़ा झटका लगा है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीन की सैन्य कंपनियों के शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई है. खास तौर पर चीन की एविएशन कंपनियों और हथियार निर्माताओं पर इसका सीधा असर पड़ा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के बीच चले मिसाइल हमलों में चीन द्वारा पाकिस्तान को सप्लाई किए गए अत्याधुनिक फाइटर जेट और मिसाइल सिस्टम का बुरा हाल हुआ. भारत द्वारा जवाबी कार्रवाई में एक चीनी फाइटर जेट के ध्वस्त होने की खबर ने चीन के शेयर बाजार में तूफान ला दिया है.
शेयर बाजार में गिरा चीन का डिफेंस सेक्टर
चीन की फाइटर जेट निर्माता कंपनी एविक चेंगदू एयरक्राफ्ट कंपनी लिमिटेड (AVIC Chengdu Aircraft Company Ltd.) के शेन्ज़ेन स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड शेयरों में मंगलवार को 9% तक की भारी गिरावट देखी गई. कंपनी के शेयर गिरकर 88.60 चीनी युआन रॅन्मिन्बी पर आ गए हैं. इस गिरावट के बाद निवेशकों के बीच घबराहट का माहौल है.
इसी तरह, चीनी इलेक्ट्रॉनिक्स और डिफेंस इक्विपमेंट निर्माता ज़ुझोउ होंगडा इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्प लिमिटेड के शेयर में भी मंगलवार को 8% की गिरावट दर्ज की गई. यह शेयर अब 37.32 चीनी युआन रॅन्मिन्बी पर ट्रेड कर रहा है.
भारत में मिले चीन की मिसाइल के टुकड़े
भारत में मिसाइल हमले के बाद बरामद किए गए मलबे में चीन द्वारा पाकिस्तान को दी गई PL-15E लंबी दूरी की एयर-टू-एयर मिसाइल के कई टुकड़े मिले हैं. इन पर दर्ज पार्ट नंबर - P15E12203039, P15E12203023 और P15E12203010 - से साफ होता है कि यह चीन का ही निर्मित हथियार था.
मलबे में से एक टुकड़े पर चीनी भाषा में लिखा "株洲宏达" नाम सामने आया है, जो इसे झूझोउ होंगडा (Zhuzhou Hongda) का उत्पाद प्रमाणित करता है. यह कंपनी उच्च गुणवत्ता वाले मिलिट्री-ग्रेड कैपेसिटर बनाने के लिए जानी जाती है.
J-10 फाइटर जेट बना चर्चा का केंद्र
गौरतलब है कि चीन की चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन ने जिस J-10 फाइटर जेट को बनाया है, वही मौजूदा विवाद का केंद्र बना हुआ है. यह मल्टीरोल फाइटर जेट पहली बार 1998 में उड़ाया गया था और 2005 में इसे आधिकारिक रूप से चीन की वायुसेना में शामिल किया गया था.
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान AVIC चेंगदू एयरक्राफ्ट के शेयरों में पहले 20% की जबरदस्त तेजी देखी गई थी. उसके बाद बुधवार को यह शेयर और 17.05% बढ़ गया था. लेकिन हालिया घटनाओं और चीनी फाइटर के ध्वस्त होने की खबर ने रुझान को पूरी तरह पलट दिया है.
एयरोस्पेस इंडस्ट्री पर भी असर
AVIC की एक अन्य इकाई, AVIC एयरोस्पेस, जो सैन्य विमान और हेलीकॉप्टर बनाती है, उसके हांगकांग स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध शेयरों पर भी दबाव देखा गया है. विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले दिनों में चीन की डिफेंस और एयरोस्पेस इंडस्ट्री को और झटके लग सकते हैं अगर क्षेत्रीय तनाव इसी तरह बढ़ता रहा.


