जियोस्टार कंपनी ने 1100 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला, एक साल तक मिलेगा मुआवजा
वायाकॉम18 और वॉल्ट डिज्नी के बीच नवंबर 2024 में हुआ मर्जर जियोस्टार के लिए बड़ा बदलाव लेकर आया है. मर्जर के बाद, कुछ कर्मचारियों के रोल ओवरलैप हो गए, यानी एक ही पोजीशन पर दो लोग काम कर रहे थे, जिससे कंपनी को कर्मचारियों की छंटनी का कड़ा फैसला लेना पड़ा. सूत्रों के अनुसार, कंपनी 1100 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है.

वायाकॉम18 और वॉल्ट डिज्नी के बीच नवंबर 2024 में हुआ मर्जर जियोस्टार के लिए बड़ा बदलाव लेकर आया है. मर्जर के बाद, कुछ कर्मचारियों के रोल ओवरलैप हो गए, यानी एक ही पोजीशन पर दो लोग काम कर रहे थे, जिससे कंपनी को कर्मचारियों की छंटनी का कड़ा फैसला लेना पड़ा. सूत्रों के अनुसार, कंपनी 1100 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है.
रिपोर्ट के अनुसार, वायाकॉम18 और वॉल्ट डिज्नी का मर्जर पिछले साल नवंबर में हुआ था. इसके बाद कंपनी ने अपनी संरचना में बदलाव करना शुरू किया. मर्जर के कारण कुछ विभागों में कर्मचारियों की स्थिति ओवरलैप हो गई, जिसके बाद कंपनी ने कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी. यह प्रक्रिया पिछले महीने से शुरू हो चुकी है और जून 2025 तक जारी रह सकती है.
जियोस्टार में बड़ी छंटनी
कंपनी मुख्य रूप से डिस्ट्रीब्यूशन, फाइनेंस, कॉमर्शियल और लीगल डिपार्टमेंट्स में गैर-जरूरी रोल्स को खत्म कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, जिन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है, उन्हें कंपनी एक साल तक की सैलरी मुआवजे के रूप में दे रही है. जो कर्मचारी एक साल से कम समय तक कंपनी में काम कर चुके हैं, उन्हें एक महीने का पूरा वेतन मिलेगा. वहीं, जो कर्मचारी लंबे समय से कंपनी से जुड़े हुए हैं, उन्हें एक साल तक का वेतन मिलेगा.
वायाकॉम18 और वॉल्ट डिज्नी के बीच मर्जर
यह मर्जर वायाकॉम18 और वॉल्ट डिज्नी के बीच हुआ था और इसके बाद जियोस्टार भारत का सबसे बड़ा एंटरटेनमेंट प्लेटफॉर्म बन गया है. इस मर्जर में डिज्नी हॉटस्टार और जियो सिनेमा जैसे प्रमुख डिजिटल प्लेटफॉर्म भी शामिल हैं. मर्जर के बाद, ये कंपनियां अब भारत के एंटरटेनमेंट सेक्टर में एक नई ताकत के रूप में उभर रही हैं, लेकिन कर्मचारियों की छंटनी से कंपनी के अंदर हलचल भी बढ़ गई है.
एक साल तक मिलेगा मुआवजा
वायाकॉम18 और वॉल्ट डिज्नी का मर्जर भारतीय एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए एक अहम कदम है, लेकिन इसके साथ ही कंपनी को अपनी संरचना में बदलाव करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. इस प्रक्रिया में बड़ी संख्या में कर्मचारियों को निकालना पड़ा है, जो कंपनी के भविष्य पर असर डाल सकता है.


