'किसी को बख्शूंगा नहीं', सुहाना की आंखों में आंसू देख क्यों बिफरे थे शाहरुख?
साल 2007 में शाहरुख खान ने एक नेता पर टिप्पणी की थी, जिससे नाराज़ समर्थकों ने उनके घर के बाहर प्रदर्शन और पत्थरबाज़ी की. उस दौरान आर्यन डरा हुआ था और सुहाना रो रही थी. शाहरुख ने कहा था, “अगर मैं वहां होता, तो किसी को बख्शता नहीं.”

बॉलीवुड के किंग कहे जाने वाले शाहरुख खान सिर्फ एक सुपरस्टार नहीं हैं, बल्कि एक बेहद जिम्मेदार पिता भी हैं. उनकी ज़िंदगी के कई ऐसे पल हैं जब उन्होंने अपने बच्चों के लिए बिना किसी हिचक के स्टैंड लिया. फिर चाहे वो आर्यन खान का ड्रग्स केस हो या सुहाना के साथ IPL में हुआ दुर्व्यवहार. लेकिन एक घटना साल 2007 में घटी जिसने शाहरुख के "प्रोटेक्टिव फादर" वाले चेहरे को दुनिया के सामने लाकर रख दिया.
साल 2007 में आइफा अवॉर्ड्स के मंच पर शाहरुख खान और सैफ अली खान होस्टिंग कर रहे थे. इस दौरान शाहरुख ने समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता रहे अमर सिंह पर एक विवादित टिप्पणी कर दी थी. उन्होंने कहा था कि अमर सिंह की आंखों में उन्हें "दरिंदगी" नजर आती है. यह बात अमर सिंह के समर्थकों को नागवार गुज़री और देखते ही देखते विरोध सड़कों पर आ गया.
शाहरुख के घर पर पत्थरबाज़ी, बच्चे हुए सहमे
अमर सिंह के गुस्साए समर्थक भारी संख्या में शाहरुख के घर 'मन्नत' के बाहर जमा हो गए. ना सिर्फ उन्होंने नारेबाज़ी की, बल्कि पत्थर भी फेंके. उस वक्त शाहरुख और गौरी घर पर नहीं थे. लेकिन उनके दोनों बच्चे – सुहाना और आर्यन – घर के अंदर मौजूद थे. सुहाना रोने लगीं और आर्यन सहम गए.
शूटिंग छोड़ दौड़े पिता
जैसे ही शाहरुख को किसी ने फोन कर यह सब बताया, उन्होंने तुरंत अपनी शूटिंग रोक दी और सीधे घर की ओर दौड़ पड़े. हालांकि जब तक वो पहुंचे, तब तक पुलिस हालात काबू में कर चुकी थी. लेकिन अपने बच्चों की हालत देखकर शाहरुख का दिल बैठ गया.
"अगर पहले पहुंचता, छोड़ता नहीं"
बाद में शाहरुख ने मिड डे को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “मैं शूटिंग में व्यस्त था लेकिन जैसे ही खबर मिली, सब कुछ छोड़कर घर भागा. आर्यन डर में था और सुहाना रो रही थी. अगर मैं पुलिस के आने से पहले पहुंच जाता, तो उन लोगों को कभी नहीं छोड़ता.”
फैमिली फर्स्ट वाला सुपरस्टार
शाहरुख का ये रिएक्शन दर्शाता है कि पर्दे का बादशाह असल ज़िंदगी में भी अपने परिवार के लिए किसी भी हद तक जा सकता है. उनके लिए फैमिली सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि सबसे बड़ा कमिटमेंट है. यही वजह है कि लोग उन्हें सिर्फ एक एक्टर नहीं, बल्कि एक आइकॉनिक फादर के रूप में भी देखते हैं.


