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'आतंकियों ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि...', ऑपरेशन सिंदूर के बाद दाहोद में बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दाहोद रैली में 'ऑपरेशन सिंदूर' को भारत की भावनाओं और आत्म-सम्मान का प्रतीक बताया. उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख जताते हुए आत्मनिर्भर भारत की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला. उन्होंने दाहोद में इलेक्ट्रिक इंजन फैक्ट्री और रेलवे संयंत्र का उद्घाटन कर मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बल दिया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब हर क्षेत्र में अग्रणी बनने को तैयार है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 मई को गुजरात के दाहोद में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ केवल एक सैन्य ऑपरेशन नहीं, बल्कि यह भारतवासियों की भावनाओं, मूल्यों और अस्मिता की अभिव्यक्ति है. उन्होंने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि जो हमारी बहनों के सिंदूर को मिटाने की कोशिश करेगा, उसका अस्तित्व भी मिटना तय है.

भारत चुप नहीं बैठ सकता

प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि भारत चुप नहीं बैठ सकता. उन्होंने सवाल किया, “जब कोई हमारी बहनों के सिंदूर को मिटाता है और माताओं की मांग सूनी करता है, तो क्या भारत चुप रह सकता है? क्या मोदी चुप रह सकता है?” पीएम मोदी ने जोर देकर कहा, "आतंकवाद फैलाने वालों ने शायद सपने में भी नहीं सोचा होगा कि मोदी से मुकाबला कितना मुश्किल हो सकता है."

दाहोद से दिया आत्मनिर्भर भारत का संदेश

दाहोद में अपनी रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों की चर्चा की. उन्होंने कहा कि, “आज का भारत निर्भरता की बेड़ियां तोड़ चुका है. अब हम विकासशील नहीं, विकसित भारत की तरफ बढ़ रहे हैं.” उन्होंने कहा कि देश में मैन्युफैक्चरिंग और नवाचार का नया युग शुरू हो चुका है और यह समय की मांग है कि आवश्यक चीजें भारत में ही तैयार की जाएं.

आज मेरे प्रधानमंत्री बनने की वर्षगांठ है

मोदी ने यह भी याद किया कि आज की तारीख (26 मई) उनके लिए व्यक्तिगत रूप से भी बहुत खास है. “आज ही के दिन 2014 में मैंने प्रधानमंत्री के रूप में पहली बार शपथ ली थी. सबसे पहले गुजरात के लोगों ने मुझे आशीर्वाद दिया, और फिर पूरे देश ने मुझे सेवा का मौका दिया,” उन्होंने कहा.

आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम

पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान दाहोद में निर्मित इलेक्ट्रिक इंजन फैक्ट्री की सराहना करते हुए कहा कि कुछ साल पहले जहां इसका शिलान्यास हुआ था, वहीं आज पहला इंजन तैयार हो चुका है. उन्होंने उन आलोचकों को भी जवाब दिया जिन्होंने फैक्ट्री को महज चुनावी स्टंट कहा था. उन्होंने कहा, “मैंने शिलान्यास किया तो कुछ लोगों ने तंज कसा कि यह सिर्फ चुनावी दिखावा है. लेकिन आज यह प्रोजेक्ट हकीकत बन चुका है.”

रेलवे में आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम

इससे पहले पीएम मोदी ने दाहोद में ही एक रेलवे लोकोमोटिव विनिर्माण संयंत्र का उद्घाटन किया. यह फैक्ट्री भारतीय रेलवे के मालवहन को नई गति और क्षमता देगी. इस अवसर पर उनके साथ केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे.इस संयंत्र में तैयार किए गए इंजन ऊर्जा कुशल होंगे और इनमें पुनर्योजी ब्रेकिंग सिस्टम जैसी अत्याधुनिक तकनीकें होंगी. ये इंजन पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक साबित होंगे.

नया भारत, नया आत्मविश्वास

प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे और भाषण का स्पष्ट संदेश था कि भारत अब न केवल आतंकी हमलों का जवाब सख्ती से देगा, बल्कि तकनीकी और औद्योगिक मोर्चे पर भी आत्मनिर्भरता से आगे बढ़ेगा.उन्होंने कहा, “भारत के 140 करोड़ लोग आज भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में एकजुट हैं. यह नया भारत है, जो हर क्षेत्र में अग्रणी बनने की दिशा में बढ़ रहा है.”


 

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26 May 2025, 02:59 PM IST

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