'परवीन...तूम नहीं होती तो मैं कुछ नहीं होता', परवीन बॉबी के डेथ एनिवर्सरी पर इमोशनल हुए महेश भट्ट
Parveen Bobby death anniversary: अभिनेत्री परवीन बॉबी की पुण्यतिथि पर फिल्म निर्माता महेश भट्ट ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. एक इंटरव्यू में उन्होंने उनकी दुखद कहानी के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि वो एक धधकती हुई ज्वाला थी लेकिन बिमारी ने उन्हें निगल लिया.

Parveen Bobby death anniversary: बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री परवीन बॉबी की कहानी, ग्लैमर से लेकर गहरी त्रासदी तक, आज भी लोगों के दिलों में गूंजती है. उनकी पुण्यतिथि पर फिल्म निर्माता महेश भट्ट ने उन्हें याद करते हुए भावनात्मक श्रद्धांजलि दी. उन्होंने परवीन को अपना प्रेरणास्रोत बताते हुए कहा कि उनके बिना उनका अस्तित्व ही अधूरा होता.
महेश भट्ट ने एक विशेष साक्षात्कार में परवीन बॉबी की जिंदगी के अनछुए पहलुओं पर बात की. उन्होंने बताया कि कैसे परवीन की जिंदगी की मुश्किलें उनके सिनेमा का अहम हिस्सा बनी. यह एक ऐसी कहानी है, जो दुख, प्रेम और संघर्ष से भरी है.
एक धधकता सितारा जो अंधकार में खो गया
परवीन बॉबी एक समय बॉलीवुड की सबसे चमकदार हस्तियों में गिनी जाती थी. वह टाइम मैगज़ीन के कवर पर जगह पाने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री थी.लेकिन उनके जीवन में एक ऐसा मोड़ आया, जिसने उन्हें अकेलेपन और मानसिक बीमारी की काली गहराइयों में धकेल दिया.
महेश भट्ट ने कहा, "जीवन आपको चोट पहुंचाता है, और परवीन की किस्मत यही थी. वह एक धधकती हुई ज्वाला थी, लेकिन मानसिक बीमारी ने उन्हें निगल लिया. उनकी कहानी एक नर्सरी कविता की तरह थी जो त्रासदी में बदल गई."
परवीन की मौत और महेश भट्ट की प्रतिक्रिया
महेश भट्ट ने बताया कि जब उन्होंने परवीन बॉबी की मौत की खबर सुनी, तो वह हैदराबाद में थे. तनुजा चंद्रा का संदेश उन्हें यह दुखद समाचार देने के लिए आया था. उन्होंने कहा, "मुझे तनुजा का संदेश मिला: 'परवीन बॉबी मर चुकी है.' यह सुनकर समय जैसे थम गया." परवीन का शव कूपर अस्पताल में लावारिस पड़ा था. वह अभिनेत्री जो कभी ग्लैमर का प्रतीक मानी जाती थी, अपनी मौत के बाद पूरी तरह अकेली थी.
"मैंने कहा, मैं उन्हें दफना दूंगा"
महेश भट्ट ने आगे कहा, "जब मैंने सुना कि उनका शव लावारिस है, तो मैंने आगे बढ़कर कहा कि मैं उन्हें दफनाऊंगा. लेकिन जैसे ही यह खबर सामने आई, उनके लंबे समय से गायब रिश्तेदार सामने आ गए. मैंने पीछे हटकर उन्हें आगे बढ़ने दिया."
परवीन बॉबी: मोम के पंखों से उड़ान
महेश भट्ट ने परवीन बॉबी की जिंदगी की तुलना इकारस की ग्रीक कहानी से की. उन्होंने कहा, "परवीन की कहानी इकारस की तरह है। वह सूरज के बहुत करीब उड़ने की कोशिश कर रही थी, लेकिन अंत में रसातल में गिर गईं। उनका विनाश ही मेरा पुनरुत्थान था."
"उनके बिना मैं नहीं होता"
महेश भट्ट ने यह भी कहा कि परवीन बॉबी ने उनके सिनेमा को आत्मकथात्मक दृष्टि दी. उन्होंने भावुक होकर कहा, "परवीन के बिना, मैं एक फिल्म निर्माता के रूप में कभी नहीं उभर पाता. आज उनकी पुण्यतिथि पर, मैं उनका शुक्रिया अदा करता हूं. उन्होंने मेरे जीवन को एक ऐसी दिशा दी, जो केवल वह ही दे सकती थी."


