धर्मेंद्र की अस्थियां विसर्जित करने पहुंचे सनी देओल ने खोया आपा, पैपराजी को दे दी पैसों की धमकी
दिग्गज धर्मेंद्र की अस्थियां विसर्जित करने हरिद्वार पहुंचे सनी देओल पैपराजी को देखते ही अपना आपा खो बैठे. विसर्जन के बाद वह पैपराजी पर चिल्लाते हुए दिखाई दिए.

नई दिल्ली: बॉलीवुड जगत में अभी भी शोक की लहर चल रही है. 24 नवंबर को दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन हो गया. उन्होंने 89 वर्ष की आयु में अपनी आखिरी सांस ली. उनके अंतिम संस्कार के एक दिन बाद मुंबई के विले पार्ले श्मशान घाट से उनकी अस्थियाँ पोते करण देओल द्वारा उठाया गया था. कुछ दिनों बाद आज बुधवार 3 दिसंबर को पूरा देओल परिवार हरिद्वार पंहुचा, जहां उन्होंने अस्थियाँ विसर्जित की. इस दौरान पैपराजी के साथ सनी देओल का एक वीडियो सामने आया है, जिसमे वह गुस्से में दिखाई दे रहे हैं.
धर्मेंद्र के पोते ने निभाई अंतिम संस्कार की रस्में
हरिद्वार पहुंचे देओल परिवार में सनी देओल और बॉबी देओल और करण देओल दिखाई दिए. करण देओल ने पूरे विधि-विधान के साथ दादा धर्मेंद्र की अस्थियां गंगा विसर्जित की. अंतिम विदाई के दौरान करण जोर-जोर से रोने लगें. देओल परिवार ने शांति से सारा कार्य पूरा किया. हालांकि पैपराजी को देख अचानक से सनी देओल अपना आपा खो बैठे.
सनी देओल ने खोया आपा
जैसे ही वह अस्थियां बहां कर आ रहे थे अचानक से पैपराजी को देख सनी आग बबूला हो गए. वह चिल्लाते हुए कहते हैं कि क्या आप लोगों ने शर्म बेच खाई है? क्या पैसे चाहिए, कितने पैसे चाहिए बोलो. एक्टर का यह रूप देख सभी हैरान रह गए. इस मामले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
Sunny Deol Slams the Paparazzi Again
— Rahul Gupta (@RahulGupta25376) December 3, 2025
😡
Once again, Sunny sir blasted the paparazzi who chase TRP even in moments of deep grief...
During Dharam Ji’s asthi visarjan, they were secretly recording the family with hidden cameras and Sunny didn’t hold back...
He reacted exactly… pic.twitter.com/UOhGyfU9PF
24 नवंबर को हुआ था दिग्गज का निधन
बढ़ती उम्र के कारण दिग्गज धर्मेंद्र कई बीमारियों से जूझ रहे थे. नवंबर के पहले सप्ताह में उन्हें मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती गया था. तबियत में कुछ सुधार दिखने के बाद उन्हें करीबन 10 दिन बाद घर गया, जहां उनका इलाज जारी था. 24 नवंबर को दिग्गज ने आखिरी सांस लेते हुए सभी को अलविदा कह दया. निधन के बाद 27 नवंबर को मुंबई में प्राथना सभा भी आयोजित किया गया था.


