क्या दूध-पनीर मासाहारी है या Veg? एक डाक्टर के बयान से छिड़ी नई बहस
लोगों ने डॉक्टर का विरोध क हुए कहा कि पनीर और दूध जानवरों को मारे बिना प्राप्त किया जाता है, इसलिए इसे मांसाहार नहीं कहा जा सकता। सोशल मीरतेडिया पर कई लोग इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। एक ने लिखा, "भारतीय शाकाहार को अंग्रेजी शब्द "शाकाहारी" के साथ भ्रमित न करें।" शाब्दिक अनुवाद हर समय उपयोगी नहीं होगा। भारतीय शाकाहार सचमुच अलग है, इसका नाम शैवम, सात्विक होना चाहिए था।

क्या दूध, दही और पनीर मांसाहारी खाद्य पदार्थ हैं? यह चर्चा इसलिए शुरू हुई है क्योंकि एक डॉक्टर ने चौंकाने वाला दावा किया है। डॉक्टर के दावे पर बहस छिड़ गई है। सवाल उठने लगे हैं कि अगर दूध और पनीर मांसाहारी हैं तो फिर मनुष्य शाकाहारी कैसे हो गया? आइये जानें कि यह नया विवाद कैसे शुरू हुआ।
डाक्टर के बयान से लोग हुए हैरान
भारतीय चिकित्सक डॉ. सिल्विया कार्पागम ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट का जवाब दिया जिसमें कहा गया था कि पनीर और दूध “शाकाहारी नहीं हैं।” उनके इस बयान पर कई लोग हैरान थे, जबकि कुछ लोग गुस्सा भी जता रहे थे। दरअसल, एक सोशल मीडिया यूजर ने ट्विटर पर खाने की एक प्लेट पोस्ट की, जिसमें मूंग दाल, पनीर, कच्चा नारियल, सलाद, अखरोट और खीर शामिल थी। उन्होंने इसे वसा, प्रोटीन और फाइबर से भरपूर भोजन बताया।
पोस्ट हुई वायरल
डा. सिल्विया कार्पागम ने उसी पोस्ट का उत्तर दिया। उन्होंने लिखा कि पनीर और दूध भी 'शाकाहारी' नहीं हैं। वे जानवरों से आते हैं. जैसे चिकन, मछली, गाय का मांस और सब कुछ। डॉक्टर की यह पोस्ट कुछ ही देर में वायरल हो गई और सोशल मीडिया पर कई लोग इस बहस में शामिल हो गए। एक ने लिखा कि अगर हम दूध और पनीर को कुछ दिन तक रख देंगे तो क्या उसमें से गाय निकलेगी? एक अन्य ने लिखा कि आप शाकाहारियों को बदनाम करने के लिए "शाकाहारी" की परिभाषा का उपयोग कर रहे हैं। दूध और मांस एक नहीं हैं। यह सर्वविदित है। एक सोशल मीडिया यूजर ने डॉक्टर की शिक्षा पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि अगर हमारे देश में आप जैसे डॉक्टर हों तो इस देश के मरीजों को भगवान ही बचा सकता है।


