'तुरंत बच्चे पैदा करें...', सीएम स्टालिन ने तमिलनाडु के लोगों से क्यों की यह अपील, आखिर उनको किस बात का सता रहा डर?
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने नवविवाहित जोड़ों को तुरंत बच्चे पैदा करने की अपील की है. उनका यह बयान अगले साल होने वाले परिसीमन को लेकर है. दरअसल, स्टालिन दावा कर रहे हैं कि जनसंख्या के आधार पर संसद में तमिलनाडु का प्रतिनिधित्व कम हो जाएगा. इससे उनके राज्य को खतरा है. उन्होंने लोगों से तुरंत बच्चे पैदा करने की अपील की है. हालांकि, गृह मंत्री अमित शाह ने उनकी बातों का खंडन किया है और कहा कि तमिलनाडु में एक भी सीट कम नहीं होगी. स्टालिन लोगों को भ्रमित कर रहे हैं.

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने नवविवाहित जोड़ों को तुरंत बच्चे पैदा करने की अपील की है. उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन ने अब राज्य को संकट में डाल दिया है. सीएम स्टालिन ने यह भी चेतावनी दी कि जनसंख्या के आधार पर होने वाले परिसीमन से संसद में तमिलनाडु का रानजीतिक प्रतिनिधित्व कम हो सकता है. उन्होंने लोगों से इस अपील पर ध्यान देने को कहा है.
बदलते जनसंखया परिदृश्य पर पर विचार करते हुए उन्होंने कहा कि पहले हम कहते थे कि अपना समय लो और बच्चा पैदा करो. लेकिन अब स्थिति बदल गई है और हमें अब यह करना चाहिए. उन्होंने अपनी चिंताओं को जनगणना के आंकड़ों के आधार पर डीलिमिटेशन लागू किए जाने की संभावना से जोड़ा. उन्होंने कहा कि हमने परिवार नियोजन को सफलतापूर्वक लागू किया और अब हम ऐसी स्थिति का सामना कर रहे हैं.
गृह मंत्री शाह ने स्टालिन पर किया पलटवार
आपको बता दें कि 2026 में देश में डीलिमिटेशन यानी परिसीमन होगा. जनसंख्या के आधार पर लोकसभा से लेकर राज्यसभा और विधानसभा सीटों तक बहुत कुछ बदल जाएगा. ऐसे में सीएम स्टालिन को लगता है कि जनसंख्या के आधार पर हुए परिसीमन में तमिलनाडु की सीटें कम हो सकती हैं, जबकि उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे राज्यों को ज्यादा प्रतिनिधित्व मिलेगा. हालांकि, गृह मंत्री अमित शाह ने उनकी बातों को दरकिनार करते हुए कहा कि तमिलनाडु की एक भी सीट कम नहीं होगी. उन्होंने हाल ही महाशिवरात्रि के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए यह बात कही.
5 मार्च को बुलाई ऑल पार्टी मीटिंग
सीएम स्टालिन ने कहा कि इसलिए मैं कहता हूं कि आप अपना समय लें और तुरंत बच्चे पैदा करें. परिसीमन के मुद्दे पर चर्चा के लिए स्टालिन ने 5 मार्च को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. मुख्यमंत्री चाहते हैं कि सभी लोग एक साथ आएं और तमिलनाडु के भविष्य पर विचार करें, जो उन्होंने कहा कि एक महत्वपूर्ण मोड़ पर है जहां उसे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए विरोध करना चाहिए.
विपक्षी दलों से बैठक में शामिल होने का अनुरोध करते हुए उन्होंने कहा कि मैं उनसे बैठक में शामिल होने का आग्रह करता हूं. कृपया अहंकार को किनारे रखें. इस बारे में न सोचें कि आपको मेरी बात क्यों सुननी चाहिए. स्टालिन ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि यह तमिलनाडु के लिए एक गंभीर मुद्दा है.
मिलनाडु पर लटकी तलवार
स्टालिन ने घोषणा की थी कि चुनाव आयोग में पंजीकृत 40 राजनीतिक दलों को निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन के प्रभावों पर विचार-विमर्श करने के लिए बैठक में आमंत्रित किया गया था, जिसे उन्होंने 'तमिलनाडु पर लटकती तलवार' बताया था.
25 फरवरी को कैबिनेट की बैठक के बाद बोलते हुए स्टालिन ने इस बात पर जोर दिया था कि तमिलनाडु में परिवार नियोजन नीतियों के सफल क्रियान्वयन ने अब राज्य को नुकसान में डाल दिया है. उन्होंने कहा था कि अगर जनगणना के आधार पर परिसीमन लागू किया जाता है, तो तमिलनाडु के आठ सांसद कम हो जाएंगे. इससे तमिलनाडु संसद में अपना प्रतिनिधित्व खो देगा.


