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'वह हमारे वोटर भी हैं', अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को लेकर बोले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जानें क्यों

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के अंतरिक्ष यात्रियों का सम्मान किया और ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के सफर को याद किया. उन्होंने अंतरिक्ष में भारत की उपलब्धियों, आस्था और विज्ञान के मेल पर जोर दिया. मंत्री ने कहा कि भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम केवल तकनीकी नहीं, बल्कि मानवता के भविष्य का हिस्सा है, जो राष्ट्र का गर्व और विश्व की प्रगति है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को राजधानी में भारत के गगनयात्रियों ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, ग्रुप कैप्टन पीवी नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन और ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप के सम्मान में आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में भाग लिया. इस समारोह में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और वायुसेना प्रमुख एयर मार्शल एपी सिंह की उपस्थिति में भारत के अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में भेजने के ऐतिहासिक क्षण का जश्न मनाया गया.

साकार हुआ 40 साल पुराना सपना

समारोह में बोलते हुए राजनाथ सिंह ने अपने ही निर्वाचन क्षेत्र लखनऊ के शुभांशु शुक्ला के सफर का ज़िक्र करते हुए भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि चालीस साल पहले, जब राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष में भारत को गौरवान्वित किया था, उसके तुरंत बाद शुभांशु का जन्म हुआ था. उनके जन्म के साथ ही एक सपना आया था, एक दिन आसमान से धरती को देखने का. आज, बचपन का वह सपना साकार हो गया है और इसके साथ ही भारत ने एक बार फिर अंतरिक्ष में अपना परचम लहराया है.उन्होंने गर्मजोशी से कहा कि वह हमारे मतदाता भी हैं.

अंतरिक्ष से भारत सबसे सुंदर दिखता है

मिशन से अपने निजी अनुभव साझा करते हुए ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने कहा कि उन्होंने कक्षा से भारत की एक झलक देखी और इसे सबसे मनमोहक दृश्यों में से एक बताया. उन्होंने कहा कि खासकर रात में जब आप हिंद महासागर से दक्षिण से उत्तर की ओर बढ़ते हुए भारत के ऊपर से गुजरते हैं, तो यह अविश्वसनीय रूप से सुंदर दिखता है. मेरा मानना ​​है कि कोई भी अंतरिक्ष यात्री, चाहे वह कहीं से भी हो, यही कहेगा.

अपनी यात्रा पर विचार करते हुए शुक्ला ने भारतीय वायु सेना में अपने प्रशिक्षण को इसका श्रेय दिया जिसने उन्हें आत्मविश्वास के साथ चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया. उन्होंने आगे कहा कि मैंने जो कुछ भी हासिल किया है, वह वायु सेना द्वारा मुझे दी गई पृष्ठभूमि और अनुशासन के कारण है. मुझे पूरा विश्वास है कि यहाँ मेरे साथ काम करने वाला कोई भी व्यक्ति उतना ही अच्छा काम कर सकता था.

आस्था, विज्ञान और भारत 

राजनाथ सिंह ने शुक्ल के आध्यात्मिक पक्ष पर भी प्रकाश डाला और बताया कि वे हनुमान के भक्त हैं और अंतरिक्ष में रहते हुए भी हनुमान चालीसा का पाठ करते थे. सिंह ने कहा कि आज बजरंग बली का एक भक्त आसमान की ऊंचाइयों को छूकर सकुशल लौट आया है. यह सिर्फ़ विज्ञान की ही विजय नहीं है, बल्कि साहस और विश्वास की भी प्रतिध्वनि है.

रक्षा मंत्री ने बताया कि शुक्ला ने अंतरिक्ष में खेती का भी प्रयोग किया था, मेथी और मूंग की खेती की थी. उन्होंने आगे कहा कि भारत हमेशा से कृषि-प्रधान राष्ट्र रहा है, लेकिन किसने सोचा होगा कि एक दिन भारत का कोई किसान अंतरिक्ष में फसल उगाएगा? यह अनुभव हमारे भविष्य के मिशनों के लिए अमूल्य होगा.

अंतरिक्ष मानवता का भविष्य है

गगनयात्रियों को राष्ट्र का गौरव बताते हुए रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम प्रयोगशालाओं और रॉकेटों से कहीं आगे तक जाता है. उन्होंने कहा कि हमारा दृष्टिकोण स्पष्ट है कि भारत अंतरिक्ष को केवल अनुसंधान के क्षेत्र के रूप में नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था, सुरक्षा, ऊर्जा और यहां तक कि मानवता के भाग्य के भविष्य के रूप में देखता है. आने वाले वर्षों में अंतरिक्ष खनन, गहन अंतरिक्ष अनुसंधान और ग्रहीय संसाधन सभ्यता को नया रूप देंगे.

राजनाथ सिंह ने प्रशिक्षण के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों के लचीलेपन की सराहना की और उनकी उपलब्धि को भारत की यात्रा में एक मील का पत्थर बताया. सिंह ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि आपका साहस केवल भारत का ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व का गौरव है. आपने दिखा दिया है कि अंतरिक्ष अब केवल सैन्य शक्ति या तकनीकी शक्ति का प्रतीक नहीं रह गया है; यह मानव सभ्यता की प्रगति में एक साझा कदम है.

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24 August 2025, 05:07 PM IST

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