score Card

2 घंटे, 4 ट्रेनें, भारी भीड़...कैसे हुआ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हादसा? सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मामले में बड़ी खबर सामने आई है. सूत्रों के अनुसार, आरपीएफ जांच रिपोर्ट में पाया गया कि प्रयागराज जाने वाली चार ट्रेनें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रात 8.15 बजे से 10.10 बजे के बीच रवाना होनी थीं, जोकि सिर्फ दो घंटे का अंतराल था, जिसके कारण महाकुंभ के श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्लेटफॉर्म पर उमड़ पड़ी.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार को  हुई भगदड़ की जांच में पता चला है कि रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) के एक सीनियर अधिकारी ने स्टेशन मास्टर से और टिकट जारी न करने को कहा था, क्योंकि उन्हें लगा था कि भीड़ बहुत अधिक हो गई है और स्थिति बिगड़ सकती है, लेकिन तब तक हजारों लोग प्लेटफॉर्म पर पहुंच चुके थे, इस भगदड़ में पांच बच्चों सहित 18 लोगों की मौत हो गई थी. हालांकि, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि स्टेशन पर कोई असाधारण भीड़ नहीं थी. 

सूत्रों ने बताया कि घटना की आरपीएफ जांच रिपोर्ट में पाया गया कि प्रयागराज जाने वाली चार ट्रेनें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से रात 8.15 बजे से 10.10 बजे के बीच रवाना होनी थीं, जोकि सिर्फ़ दो घंटे का अंतराल था, जिसके कारण महाकुंभ के श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्लेटफॉर्म पर उमड़ पड़ी. रिपोर्ट में कहा गया था कि औसतन हर घंटे स्टेशन पर लगभग 1,500 सामान्य टिकट बेचे गए और ऑनलाइन भी बहुत ज़्यादा टिकट खरीदे गए. 

स्पेशल ट्रेन के अनाउंसमेंट से पैदा हुआ भ्रम

आरपीएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि नई दिल्ली से वाराणसी होते हुए प्रयागराज जाने वाली शिव गंगा एक्सप्रेस को प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रात 8.15 बजे, पश्चिम बंगाल के इस्लामपुर से प्रयागराज होते हुए मगध एक्सप्रेस को प्लेटफॉर्म नंबर 14 से रात 9 बजे और प्रयागराज एक्सप्रेस को उसी प्लेटफॉर्म से रात 10.10 बजे रवाना होना था. जब शिव गंगा एक्सप्रेस रवाना हुई, तब तक हजारों यात्री भीड़ भरी ट्रेन में सवार नहीं हो पाए थे और तभी उन्हें पता चला कि प्लेटफॉर्म 16 से प्रयागराज के लिए एक विशेष ट्रेन रवाना होगी.

रिपोर्ट के अनुसार, इससे वहां भगदड़ मच गई और बड़ी संख्या में लोग प्लेटफॉर्म 12 से 16 तक जाने की कोशिश करने लगे, ताकि वे फुट ओवरब्रिज दो और तीन का इस्तेमाल करके स्पेशल ट्रेन में चढ़ सकें. आम भीड़ के अलावा प्रयागराज जाने वाली दो ट्रेनों के लिए पहले से ही प्लेटफॉर्म 14 की ओर लोगों की भीड़ बढ़ रही थी और प्लेटफॉर्म 12 से आए लोग भी इस भीड़ में शामिल हो गए. इसी वजह से भगदड़ मच गई. 

9.55 बजे किया गया फायर डिपार्टमेंट को कॉल

रिपोर्ट में बताया गया है कि जब भीड़ इतनी बढ़ गई कि स्थिति नियंत्रण से बाहर होने लगी, तो आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त ने स्टेशन प्रबंधक से और टिकट जारी न करने को कहा, लेकिन तब तक हजारों लोग प्लेटफॉर्म और फुट ओवरब्रिज पर जमा हो चुके थे. सभी ऑन-ड्यूटी और ऑफ-ड्यूटी कर्मचारियों को प्लेटफॉर्म और फुट ओवरब्रिज पर पहुंचने के लिए कहा गया और स्टेशन निदेशक से प्रयागराज जाने वाली विशेष ट्रेन को जल्द से जल्द रवाना करने का आदेश देने को कहा गया. इसमें एक घायल महिला के बयान का भी उल्लेख है कि हालांकि भगदड़ रात 9.15 बजे शुरू हुई, लेकिन फायर डिपार्टमेंट को पहला फोन 40 मिनट बाद रात 9.55 बजे किया गया.

क्या बोले रेलवे के प्रवक्ता?

रेलवे बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि अधिक जानकारी एकत्र की जा रही है. प्रवक्ता ने बताया कि मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित की गई है. कमेटी स्टेशन पर तैनात सभी अधिकारियों व निरीक्षकों से जानकारी ली जाएगी, जिसके बाद कमेटी जोनल रेलवे को रिपोर्ट सौंपेगी. 

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने  सोमवार को नई दिल्ली स्टेशन पर भगदड़ के पीछे किसी साजिश से इनकार किया था और इस बात पर जोर दिया था कि वहां कोई असाधारण भीड़ नहीं थी. मंत्री ने कहा कि फिलहाल कोई साजिश नजर नहीं आ रही है. उन्होंने कहा कि अब तक जो जानकारी उनके पास थी, उससे पता चलता है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कोई असाधारण भीड़ नहीं थी. उन्होंने प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा को भगदड़ का कारण बताए जाने की खबरों को भी खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि जांच समिति इस मामले की गहराई से जांच कर रही है.

calender
18 February 2025, 02:38 PM IST

ताजा खबरें

ट्रेंडिंग वीडियो

close alt tag