'इन पेड़ों में बसी रहेगी उनकी याद...'एयर इंडिया क्रैश पीड़ितों की याद में मदुरै में लगाए गए 270 पौधे
एयर इंडिया फ्लाइट AI171 के भयावह हादसे में जान गंवाने वाले 270 लोगों को याद करते हुए तमिलनाडु के मदुरै में एक भावनात्मक पहल की गई. पर्यावरण प्रेमी और स्थानीय इंजीनियर चोलान गुबेंद्रन के नेतृत्व में 270 पौधे लगाए गए, जिनमें हर पौधा एक जान की निशानी बन गया. यह अभियान सिर्फ एक पौधारोपण नहीं, बल्कि एक जीवित स्मृति है – जो आने वाली पीढ़ियों को इस त्रासदी की याद दिलाता रहेगा.

एयर इंडिया फ्लाइट AI171 हादसे में जान गंवाने वाले 270 लोगों की याद में तमिलनाडु के मदुरै में एक भावुक पहल की गई. स्थानीय इंजीनियर चोलान गुबेंद्रन के नेतृत्व में 270 पौधे लगाए गए, जिनमें हर पौधा एक जान की निशानी बना. यह कदम न सिर्फ दुखद त्रासदी को श्रद्धांजलि देने के लिए उठाया गया, बल्कि भविष्य के लिए एक सकारात्मक संदेश भी बन गया.
यह पर्यावरणीय अभियान मदुरै के लिए सिर्फ एक पौधारोपण नहीं, बल्कि एक गहरा मानवीय संदेश भी है कि जिनकी जान गई, वे अब पेड़ों के रूप में जीवन देंगे, हवा देंगे और याद रहेंगे.
चोलान गुबेंद्रन की पहल बनी श्रद्धांजलि का प्रतीक
मदुरै के प्रसिद्ध पर्यावरण प्रेमी और इंजीनियर चोलान गुबेंद्रन ने इस पहल का नेतृत्व किया. उन्होंने अब तक एक लाख से अधिक पौधे लगाए हैं और इस हादसे के बाद 270 पौधों का यह नया संकल्प एक नई मिसाल बन गया है. उन्होंने कहा,
'यह हमारी तरफ से एक श्रद्धा सुमन है. मुझे विश्वास है कि इन पेड़ों के जरिए उन लोगों की याद जिंदा रहेगी, जो अब इस धरती पर नहीं हैं. ये पेड़ दूसरों को जीवन और ऑक्सीजन देंगे.'
एयर इंडिया फ्लाइट AI171 हादसा
एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई थी, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद यह मेघानीनगर के मेडिकल कॉलेज कैंपस में दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस भीषण हादसे में 241 यात्रियों और क्रू मेंबर्स समेत 29 स्थानीय लोग मारे गए, जिनमें पांच MBBS छात्र भी शामिल थे. इस हादसे में सिर्फ एक ब्रिटिश नागरिक जीवित बच सका, जो भारतीय मूल का है और फिलहाल उपचाराधीन है.
पहली बार क्रैश हुआ Boeing 787-8 ड्रीमलाइनर
यह घटना बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के इतिहास में पहली बार घटी है जब किसी उड़ान में इतनी बड़ी जान-माल की क्षति हुई हो. हादसे के 28 घंटे बाद विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद किया गया, जिसे विमान के पिछले हिस्से में पाया गया.
केंद्रीय मंत्री ने दी जानकारी
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि ब्लैक बॉक्स इस हादसे के कारणों की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) इसकी तकनीकी जांच कर रहा है.


