अभिषेक बनर्जी बने लोकसभा में टीएमसी नेता, जानें सुदीप बंदोपाध्याय के इस्तीफे की वजह..
टीएमसी ने अभिषेक बनर्जी को लोकसभा में पार्टी का नया नेता नियुक्त किया है. उन्होंने सुदीप बंदोपाध्याय की जगह ली, जिन्हें स्वास्थ्य कारणों से पद से हटाया गया. यह फैसला ममता बनर्जी की अध्यक्षता में हुई वर्चुअल बैठक में लिया गया, जिसमें लोकसभा और राज्यसभा के टीएमसी सांसद शामिल हुए.

तृणमूल कांग्रेस ने सोमवार को एक बड़ा संगठनात्मक बदलाव करते हुए अभिषेक बनर्जी को लोकसभा में पार्टी का नया नेता नियुक्त किया है. अभिषेक, डायमंड हार्बर से तीसरी बार सांसद चुने गए हैं और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे हैं. ये अब सुदीप बंदोपाध्याय की जगह जिम्मेदारी निभाएंगे.
क्यों सुदीप बंदोपाध्याय को पद से हटाया गया?
पार्टी सूत्रों के अनुसार, कोलकाता उत्तर से सांसद रहे सुदीप बंदोपाध्याय को स्वास्थ्य संबंधी कारणों के चलते इस पद से हटाया गया है. यह निर्णय टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी की अध्यक्षता में हुई वर्चुअल बैठक में लिया गया, जिसमें पार्टी के लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों के सांसदों ने भाग लिया. बैठक में सर्वसम्मति से नए नेता के चयन पर सहमति बनी.
टीएमसी के लिए लोकसभा में यह बदलाव महत्वपूर्ण है क्योंकि पार्टी विपक्षी गठबंधन 'इंडिया ब्लॉक' की प्रमुख घटक है और उसके पास लोकसभा में 29 सीटें हैं.
ओ'ब्रायन ने गृह मंत्री की भाषा को कठघरे में रखा
इस बीच, बीते सप्ताह राज्यसभा सांसद डेरेक ओ’ब्रायन ने संसद में बार-बार हो रहे व्यवधानों के लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष के किसी भी मुद्दे पर चर्चा की अनुमति नहीं देती और आखिरी बार ऐसा 2016 में हुआ था जब नोटबंदी पर चर्चा हुई थी. ओ'ब्रायन ने प्रधानमंत्री की संसद से दूरी और गृह मंत्री की भाषा को भी कठघरे में रखा.


