भारतीय सेना मानहानि मामले में पांच तारीखों के बाद आखिरकार राहुल गांधी लखनऊ कोर्ट में हुए पेश, मिली जमानत
लखनऊ की एमपी-एमएलए कोर्ट ने राहुल गांधी को भारतीय सेना पर कथित अपमानजनक टिप्पणी के मानहानि मामले में 20 हजार के मुचलके पर जमानत दी. यह बयान भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दिया गया था, जिससे सेना और नागरिकों की भावनाएं आहत हुईं. कोर्ट अब अगली सुनवाई में कानूनी प्रक्रिया जारी रखेगा.

लखनऊ की एमपी-एमएलए विशेष अदालत ने मंगलवार को विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को भारतीय सैनिकों के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी मामले में जमानत दे दी. यह मामला मानहानि से जुड़ा है, जिसमें गांधी ने कोर्ट में व्यक्तिगत रूप से पेश होकर सरेंडर किया और ज़मानत याचिका दाखिल की.
एडिशनल चीफ जुडिशियल मजिस्ट्रेट आलोक वर्मा की अदालत ने उन्हें 20 हजार रुपये के निजी मुचलके पर रिहा किया. उनके वकील प्रांशु अग्रवाल ने बताया कि अदालत ने पहले उन्हें हिरासत में लिया, फिर ज़मानत मंजूर कर उन्हें रिहा कर दिया गया.
लगातार अनुपस्थिति के बाद कोर्ट में हुई पेशी
राहुल गांधी इस मामले की पांच पिछली सुनवाइयों में उपस्थित नहीं हुए थे, जिससे कोर्ट ने उन्हें आरोपी के रूप में पेश होने के लिए निर्देश जारी किया था. मंगलवार को वह लखनऊ एयरपोर्ट पर पहुंचे और वहां से उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय और पार्टी मामलों के प्रभारी अविनाश पांडे के साथ अदालत पहुँचे.
जानिए क्या है पूरा मामला?
यह मामला सीमा सड़क संगठन (BRO) के पूर्व निदेशक उदय शंकर श्रीवास्तव द्वारा दर्ज कराया गया था. उन्होंने राहुल गांधी के 16 दिसंबर 2022 के बयान को आधार बनाकर मानहानि का परिवाद अदालत में दायर किया.
शिकायतकर्ता के अनुसार, भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था कि "लोग भारत जोड़ो यात्रा के बारे में सवाल कर रहे हैं, लेकिन चीन द्वारा भारतीय सैनिकों की पिटाई पर कोई सवाल नहीं कर रहा." उनका दावा है कि यह बयान भारतीय सेना का अपमान है और इससे देशवासियों की भावनाएं आहत हुई हैं.
सेना की प्रतिक्रिया भी आई सामने
राहुल गांधी के इस बयान पर भारतीय सेना की ओर से भी प्रतिक्रिया दी गई थी. सेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि 9 दिसंबर 2022 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय सीमा में घुसपैठ की कोशिश की गई थी, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया. झड़प के बाद चीनी सैनिकों को पीछे हटना पड़ा. सेना का कहना था कि राहुल गांधी का बयान वास्तविक स्थिति को नहीं दर्शाता और इससे सेना के मनोबल पर विपरीत असर पड़ सकता है.
अगली सुनवाई में आगे की कार्यवाही
कोर्ट ने राहुल गांधी को जमानत देने के बाद स्पष्ट किया है कि अगली सुनवाई में मामले की विधिक कार्यवाही आगे बढ़ेगी. यह मामला केवल राजनीतिक बयानबाज़ी नहीं, बल्कि सार्वजनिक स्तर पर भारतीय सेना की प्रतिष्ठा से जुड़ा होने के कारण संवेदनशील माना जा रहा है.


