अहमदाबाद प्लेन हादसे में सभी 242 यात्रियों की मौत, पांच मेडिकल छात्रों की भी मौत!
अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट A-171 टेकऑफ के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें 242 यात्रियों की मौत हो गई. विमान लंदन जा रहा था और हादसे में पांच छात्रों की भी जान गई. सरकार ने राहत कार्य शुरू किया है. जांच जारी है और एयर इंडिया ने परिवारों के लिए हॉटलाइन नंबर जारी किया है.

गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को एयर इंडिया की फ्लाइट A-171 एक भयानक विमान दुर्घटना का शिकार हो गई, जिसमें विमान में सवार सभी 242 लोगों की मौत हो गई. अहमदाबाद के कमिश्नर जीएस मलिक ने पुष्टि की कि इस हादसे में कोई भी यात्री या चालक दल का सदस्य जीवित नहीं बचा. यह विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भर रहा था, लेकिन टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेघानी नगर इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है.
हादसे का भयावह मंजर
यह बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान था, जिसमें 232 यात्री और 10 चालक दल के सदस्य सवार थे. विमान अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए उड़ान भर रहा था. उड़ान भरने के तुरंत बाद ही विमान एक मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकरा गया, जहां पांच छात्रों की भी मौत हो गई. हादसे के स्थल से मिली तस्वीरों में छात्रावास के भोजन कक्ष की दीवार टूट चुकी थी, और प्लेटों में खाना पड़ा हुआ था, जो हादसे की गंभीरता को दर्शाता है.
हादसे के कारण
हादसे से पहले एक वीडियो में विमान के जमीन से टकराने और आग के बड़े गोले में फटने का दृश्य कैद हुआ. विमान ईंधन से पूरी तरह भरा हुआ था क्योंकि यह लंबी दूरी की उड़ान थी. पायलट ने उड़ान भरने के तुरंत बाद "मेडे कॉल" यानी आपातकालीन सहायता के लिए संकेत भेजा था. एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने कई बार संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. विमान 825 फीट की बेहद कम ऊंचाई पर चढ़ने में असफल रहा. विमानन विशेषज्ञ संजय लाजर ने बताया कि विमान टेकऑफ के बाद ऊंचाई हासिल करने में विफल रहा.
यात्रियों की पहचान
इस फ्लाइट में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई यात्री थे. दुर्घटना के बाद घटनास्थल से घना धुआं उठता देखा गया, और बचाव एवं राहत कर्मी तुरंत कार्य में जुट गए. करीब दो दर्जन एम्बुलेंस मौके पर पहुंची, जिनमें से कुछ ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया. पुलिस ने आसपास के इलाके में यातायात रोक दिया ताकि राहत कार्यों में कोई बाधा न आए.
सरकारी प्रतिक्रिया और जांच
नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने इस हादसे पर गंभीरता से नजर रखी है. उन्होंने सभी संबंधित विमानन और आपातकालीन एजेंसियों को त्वरित एवं समन्वित कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. मंत्री ने सोशल मीडिया पर मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने बताया कि विमान के कप्तान सुमीत सभरवाल के पास 8,200 घंटे और प्रथम अधिकारी क्लाइव कुंदर के पास 1,100 घंटे का उड़ान अनुभव था. उन्होंने यह भी कहा कि विमान ने दुर्घटना से पहले चेतावनी संकेत भी दिए थे.
एयर इंडिया ने जारी किया नंबर
एयर इंडिया ने यात्रियों के परिवारों के लिए 1800 5691 444 नंबर पर एक समर्पित हॉटलाइन स्थापित की है, ताकि वे हादसे से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकें. इस त्रासदी की जांच जारी है और संबंधित एजेंसियां हादसे के कारणों का पता लगाने में जुटी हैं. आगामी समय में विमानन सुरक्षा को और मजबूत करने के प्रयास किए जाएंगे ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके.


