जनता में भ्रम फैलाने की कोशिश की गई... वोट चोरी के आरोप पर चुनाव आयोग का राहुल गांधी को जवाब
17 अगस्त को मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि चुनाव आयोग पारदर्शी और निष्पक्ष ढंग से काम कर रहा है. बिहार में चल रहे मतदाता सूची सुधार अभियान (SIR) में 7 करोड़ से अधिक लोग शामिल हैं. आयोग ने साफ किया कि वह सभी राजनीतिक दलों को समान मानता है और किसी भी गड़बड़ी की शिकायत का समाधान करेगा.

Election Commission : चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस आज यानी रविवार, 17 अगस्त को दोपहर 3 बजे से शुरू हुआ. मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने स्पष्ट किया कि चुनाव आयोग पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ कार्य कर रहा है. उन्होंने बताया कि ज़मीनी स्तर पर चल रही मतदाता सूची सत्यापन प्रक्रिया में सभी राजनीतिक दलों, उनके प्रतिनिधियों, बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) और आम मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी हो रही है. सभी पक्ष मिलकर न केवल दस्तावेज़ों का सत्यापन कर रहे हैं, बल्कि आवश्यक हस्ताक्षर और वीडियो प्रशंसापत्र भी तैयार किए जा रहे हैं.
#WATCH | Delhi: Chief Election Commissioner Gyanesh Kumar says, "The doors of the Election Commission are always open for everyone equally. At the ground level, all the voters, all the political parties and all the booth-level officers are working together in a transparent… pic.twitter.com/1R1l3dDSPG
— ANI (@ANI) August 17, 2025
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष जनता में भ्रम फैलान का काम कर रही है. दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव ने आज चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
राजनीतिक नेतृत्व तक नहीं पहुंच रहीं सच्चाइयां
आयोग ने चिंता जताई कि कई राजनीतिक दलों के ज़िला अध्यक्ष और उनके द्वारा नियुक्त BLO जिन दस्तावेज़ों और सत्यापन रिपोर्टों को तैयार कर रहे हैं, वे या तो उनके राज्य या राष्ट्रीय स्तर के नेताओं तक सही ढंग से नहीं पहुंच पा रहे हैं, या फिर जानबूझकर इन तथ्यों को अनदेखा कर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है. मुख्य चुनाव आयुक्त ने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए गंभीर विषय बताया और अपील की कि ज़मीनी सच्चाइयों को नजरअंदाज करने की बजाय जिम्मेदारी से व्यवहार किया जाए.
7 करोड़ से अधिक मतदाता आयोग के साथ
चुनाव आयोग ने बिहार में चल रहे विशेष मतदाता सूची संशोधन अभियान (SIR) को लेकर जानकारी दी कि 7 करोड़ से अधिक मतदाता इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं. आयोग का कहना है कि यह आंकड़ा इस बात का प्रमाण है कि ज़मीनी स्तर पर लोगों का आयोग पर विश्वास बना हुआ है और वे पूरी तरह से इस पारदर्शी प्रक्रिया के साथ खड़े हैं. इस स्थिति में आयोग की विश्वसनीयता पर प्रश्न उठाना न केवल अनुचित है बल्कि मतदाताओं के विश्वास का अपमान भी है.
सभी राजनीतिक दल आयोग के लिए समान
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लगाए गए वोट चोरी के आरोपों को स्पष्ट रूप से खारिज करते हुए कहा कि चुनाव आयोग के लिए सभी राजनीतिक दल बराबर हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग किसी के साथ न तो भेदभाव करता है और न ही किसी पक्ष विशेष को प्राथमिकता देता है. उन्होंने बताया कि हर राजनीतिक दल का अस्तित्व आयोग में पंजीकरण से शुरू होता है, इसलिए यह कहना कि आयोग किसी के साथ पक्षपात करता है, सरासर गलत है. आयोग के लिए न कोई सत्ताधारी पक्ष है और न कोई विपक्ष सभी को समान दर्जा प्राप्त है.
कर्तव्यों से पीछे नहीं हटेगा चुनाव आयोग
आयोग ने दोहराया कि वह अपने संवैधानिक कर्तव्यों से पीछे नहीं हटेगा और निष्पक्षता के साथ कार्य करता रहेगा. उन्होंने बताया कि विभिन्न दलों की ओर से बिहार में मतदाता सूची में सुधार की मांग आई थी, इसी कारण SIR अभियान शुरू किया गया. आयोग ने लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि नाम या किसी जानकारी में सुधार के लिए अब भी 15 दिन का समय बचा है, और पूरे एक महीने का समय पहले ही निर्धारित किया गया था ताकि कोई भी मतदाता वंचित न रह जाए. आयोग ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि यदि उन्हें मतदाता सूची में कोई गड़बड़ी दिखाई देती है तो वे समय रहते जानकारी दें ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके.


