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दिल्ली हाईकोर्ट से मुंबई और फिर बिहार तक बम धमकी से मचा हड़कंप, पूरे देश में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर

शुक्रवार को दिल्ली, मुंबई और बिहार में बम धमकियों ने दहशत फैला दी। ईमेल और सोशल मीडिया पोस्ट से अदालतों और सार्वजनिक जगहों को निशाना बनाया गया। सुरक्षा एजेंसियां तुरंत हरकत में आईं, हालांकि अब तक कोई विस्फोटक बरामद नहीं हुआ है।

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

National News: दिन का माहौल तब बदल गया जब एक के बाद एक धमकियां सामने आईं। पहले दिल्ली, फिर मुंबई और उसके बाद बिहार। तीनों जगहों पर हालात बिगड़े और लोगों के बीच डर का माहौल बन गया। सबसे पहले दिल्ली हाईकोर्ट को एक ईमेल भेजा गया। इसमें दावा किया गया कि जजों के चैंबर और परिसर में बम लगाए गए हैं। संदेश में पाकिस्तान और तमिलनाडु की मिलीभगत का जिक्र था। पुलिस तुरंत हरकत में आई। दिल्ली पुलिस, बम निरोधक दस्ते और डॉग स्क्वॉड ने कोर्ट कैंपस को घेर लिया। जज, स्टाफ और Visitors को बाहर निकाला गया। फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस तैनात की गईं। घंटों तलाशी अभियान चला लेकिन कुछ संदिग्ध नहीं मिला।

मुंबई हाईकोर्ट को भी निशाना

दिल्ली के बाद मुंबई हाईकोर्ट को भी ईमेल धमकी मिली। इसमें कोर्ट बिल्डिंग में धमाका करने की बात कही गई। पुलिस ने तुरंत परिसर खाली कराया और बम निरोधक दस्ते ने डॉग स्क्वॉड के साथ जांच शुरू की। परिसर में मौजूद जजों, वकीलों और कर्मचारियों को तेजी से सुरक्षित बाहर निकाला गया। चारों ओर भारी सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई ताकि कोई अनहोनी न हो सके। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। जांच के दौरान इलेक्ट्रॉनिक स्कैनिंग और मेटल डिटेक्टर का भी इस्तेमाल किया गया।

बिहार में इंटरनेट पोस्ट से सनसनी

जब दिल्ली और मुंबई तनाव में थे, उसी दौरान बिहार में सोशल मीडिया पर धमकी दी गई। पोस्ट में कहा गया कि 12 सितंबर 2025 को शाम 4 बजे धमाका होगा। इससे पूरे राज्य में हड़कंप मच गया। पुलिस ने इंटरनेट पर फैल रही हर पोस्ट की निगरानी शुरू कर दी। साइबर सेल को आदेश दिया गया कि वह इस अकाउंट का सोर्स और लोकेशन ट्रेस करे। बिहार पुलिस ने प्रमुख इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी और रेलवे स्टेशन तथा बस अड्डों पर भी सघन जांच की गई। आम लोगों से अपील की गई कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें।

आतंकी मॉड्यूल पर शक

ये धमकियां ऐसे समय आईं जब हाल ही में पांच आईएसआईएस मॉड्यूल के आतंकी पकड़े गए। उन पर रासायनिक हथियार और सुसाइड बम बनाने का शक था। इस वजह से शुक्रवार की धमकियों को बड़ी साजिश से जोड़कर देखा जा रहा है। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि यह धमकियां लोगों में डर और असुरक्षा पैदा करने की कोशिश हैं। गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस का कहना है कि इन धमकियों की भाषा और शैली आतंकी संगठनों के तरीके से मिलती-जुलती है। इसी वजह से सतर्कता और बढ़ा दी गई है।

अब तक कुछ नहीं मिला

हालांकि अब तक जांच में कुछ भी संदिग्ध बरामद नहीं हुआ है। अधिकारियों का मानना है कि यह शरारती तत्वों की करतूत हो सकती है। हाल के महीनों में स्कूल और संस्थान भी ऐसी फर्जी धमकियों का शिकार हुए हैं। सुरक्षा एजेंसियां दोषियों की तलाश में जुटी हैं। जांच टीमें लगातार ईमेल और सोशल मीडिया पोस्ट की तकनीकी जांच कर रही हैं। आईटी विशेषज्ञ सर्वर और आईपी एड्रेस की जानकारी निकालने में जुटे हैं। सुरक्षा बलों का कहना है कि जब तक खतरे की पुष्टि नहीं हो जाती तब तक वे किसी भी संभावना को नजरअंदाज नहीं करेंगे। जनता को भरोसा दिलाया गया है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।

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12 September 2025, 04:11 PM IST

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