पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर में इस्तेमाल ब्रह्मोस की कीमत क्या है, भारत की यह सबसे तेज क्रूज है मिसाइल ....
ब्रह्मोस भारत की रक्षा में एक बड़ी ताकत है, जिसे रूस और भारत ने मिलकर विकसित किया है. इसका नाम भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मोस्कोव नदियों के नाम पर रखा गया है.

सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने न सिर्फ ऑपरेशन सिंदूर चलाकर पाकिस्तान का घमंड चूर किया, बल्कि खुद पीएम मोदी ने सोमवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए साफ कर दिया है कि परमाणु धमकियों से ब्लैकमेलिंग अब नहीं चलेगी. उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर अब रुक गया है, लेकिन अभी खत्म नहीं हुआ है. इसके साथ ही उन्होंने सिंधु जल संधि पर भी साफ कर दिया कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते. 22 अप्रैल को पहलगाम में हुई आतंकवादी घटना के बाद भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकवादी शिविरों पर मिसाइल हमले किये और 9 मई को उन्हें नष्ट कर दिया.
भारत की इस कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों से हमला करना शुरू कर दिया. लेकिन शायद पहली बार पाकिस्तान को भारतीय रक्षा प्रणाली की ताकत का अहसास हुआ होगा. उसे समझ में आ गया होगा कि भारत की मजबूत रक्षा प्रणाली को तोड़ना आसान नहीं है. इसके साथ ही जिस तरह से भारत ने आतंकियों को मार गिराने और उनके आतंकी ठिकानों को तबाह करने के लिए मेड इन इंडिया सुपरसोनिक क्रूज ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल किया, उसकी सटीकता ने भी पूरी दुनिया को चौंका दिया है.
सुपरसोनिक क्रूज ब्रह्मोस मिसाइल ने दिखाई अपनी ताकत
भारत की इस ब्रह्मोस मिसाइल ने न सिर्फ पाकिस्तान के सभी एयर डिफेंस को चकमा दिया, बल्कि उसके ट्रेनिंग सेंटर को भी तबाह कर पूरी दुनिया को मेड इन इंडिया की ताकत का एहसास कराया. भारत ने ब्रह्मोस मिसाइल से पाकिस्तान के एयरबेस को निशाना बनाया और उसे तबाह कर दिया. दरअसल, ब्रह्मोस भारत की रक्षा में एक बड़ी ताकत है, जिसे रूस और भारत ने मिलकर विकसित किया है. इसका नाम भारत की ब्रह्मपुत्र और रूस की मोस्कोव नदियों के नाम पर रखा गया है और इसके विकास में 250 मिलियन डॉलर खर्च हुए हैं. अगर आज की भारतीय मुद्रा में इसकी बात करें तो इसकी कुल लागत 2,135 करोड़ रुपये आती है.
रूस के सहयोग से तैयार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ब्रह्मोस की उत्पादन इकाई की लागत करीब 300 करोड़ रुपये है और एक मिसाइल की कीमत करीब 34 करोड़ रुपये है. हालांकि, ब्रह्मोस मिसाइल की कीमत के बारे में कहीं भी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है. अगर इसकी रेंज की बात करें तो सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज करीब 290 किलोमीटर है. लेकिन एडवांस वर्जन में इसकी रेंज 500 से बढ़ाकर 800 किलोमीटर कर दी गई है. ब्रह्मोस मिसाइल न सिर्फ दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को चकमा देने में सक्षम है, बल्कि पलक झपकते ही दुश्मन के टारगेट को तबाह करने की पूरी ताकत रखती है. साथ ही ब्रह्मोस मिसाइल 200 से 300 किलोग्राम विस्फोटक ले जाने में पूरी तरह सक्षम है.


