Chashotti Cloudburst: दो CRPF जवान समेत 40 की मौत, 120 घायल...200 से ज्यादा लापता, रोकी गई माता मचैल की यात्रा
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोती गांव में बादल फटने से आई बाढ़ में 33 लोगों की मौत हो गई और 220 से अधिक लोग लापता हैं. मचैल माता यात्रा प्रभावित हुई. एनडीआरएफ और सेना राहत कार्य में जुटी है. प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शोक व्यक्त कर सहायता सुनिश्चित की.

Chashotti Cloudburst: जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चोसिटी गांव में गुरुवार को अचानक बादल फटने की भयावह घटना सामने आई. इस प्राकृतिक आपदा में कम से कम 40 लोगों की जान चली गई, जिनमें दो सीआईएसएफ के जवान भी शामिल हैं. वहीं, 120 से अधिक लोग घायल हुए हैं और 220 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं. तेज बारिश के बाद आई बाढ़ ने पूरे क्षेत्र में भारी तबाही मचाई.
मचैल माता यात्रा पर पड़ा असर
यह त्रासदी उस समय घटी जब प्रसिद्ध मचैल माता यात्रा चल रही थी. हिमालय क्षेत्र में स्थित माता चंडी मंदिर की तीर्थ यात्रा के मार्ग पर यह आपदा आई, जिससे यात्रा पूरी तरह से बाधित हो गई. वीडियो फुटेज में देखा गया कि तीर्थयात्रियों को यात्रा मार्ग से सुरक्षित स्थानों की ओर भागते हुए निकाला गया.
बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी
बादल फटने की सूचना मिलते ही राहत और बचाव दल तुरंत मौके पर पहुंचे. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय प्रशासन संयुक्त रूप से राहत कार्य में जुटे हुए हैं. जीवित बचे लोगों की तलाश, घायलों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाना और मलबे में फंसे लोगों को निकालना इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है.
#WATCH | J&K | A flash flood has occurred at the Chashoti area in Kishtwar following a cloud burst. Rescue Operations have been initiated.
— ANI (@ANI) August 14, 2025
Latest visuals from the area, showing the extent of damage. pic.twitter.com/pCsgP0GZq2
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का बयान
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को स्थिति की जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्र से जानकारी धीरे-धीरे आ रही है, लेकिन राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर हरसंभव सहायता जुटा रही है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस समय वह मीडिया से बात नहीं करेंगे, लेकिन जब भी संभव होगा, सरकार की ओर से अपडेट साझा किए जाएंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने जताई संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस आपदा पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "किश्तवाड़ में बादल फटने और बाढ़ की त्रासदी से प्रभावित लोगों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा रही है." उन्होंने कहा कि हर पीड़ित तक राहत पहुंचाई जाएगी.
उपराज्यपाल ने दिए निर्देश
केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस घटना को गंभीर बताते हुए कहा कि घटना के तुरंत बाद उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से संपर्क किया और बचाव कार्य शुरू करवा दिया. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी इस घटना को बेहद दुखद बताते हुए कहा कि उन्होंने सभी एजेंसियों को राहत और बचाव कार्य तेज़ करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना जताई और घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की.


