UP में योगी सरकार ने 67 IAS अधिकारियों का किया प्रमोशन, 4 बने प्रमुख सचिव और 19 बने सचिव
उत्तर प्रदेश सरकार ने 67 आईएएस अधिकारियों को पदोन्नति दी है, जिसमें चार वरिष्ठ अधिकारियों को प्रमुख सचिव बनाया गया है. वर्ष 2010 और 2013 बैच के कई अधिकारियों को सचिव और सलेक्शन ग्रेड पर पदोन्नति मिली है. कुछ को प्रोफार्मा पदोन्नति और सीनियर टाइम स्केल भी मिला है.

लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को कुल 67 आईएएस अधिकारियों को पदोन्नति देने का ऐलान किया. इनमें चार वरिष्ठ अधिकारियों को प्रमुख सचिव का पद मिला है. वर्ष 2001 बैच के शशि भूषण लाल सुशील, अजय कुमार शुक्ला, अपर्णा यू और एसवीएस रंगाराव को सुपरटाइम वेतनमान पर प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है. ये पदोन्नति एक जनवरी 2026 से प्रभावी होगी. प्रमुख सचिव नियुक्ति के आदेश के बाद अब इन अधिकारियों के तबादलों की प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है.
विशेष सचिव से सचिव की पदोन्नति
सलेक्शन ग्रेड और अन्य बैचों की पदोन्नति
वर्ष 2013 बैच के 30 अधिकारियों को सलेक्शन ग्रेड 1,23,100 से 2,15,900 रुपये प्रदान किए गए हैं. इसमें दिव्या मित्तल, राजकमल यादव, प्रियंका निरंजन, सत्येंद्र कुमार, अपूर्वा दुबे, अनुज सिंह, हर्षिता माथुर, अविनाश कुमार, दीपा रंजन, रमेश रंजन, रवींद्र कुमार मांदड, सैमुअल पाल एन, जितेंद्र प्रताप सिंह, आलोक सिंह, शुभ्रांत शुक्ल, विशाल भारद्वाज, धर्मेंद्र प्रताप सिंह, डा. विजय कुमार सिंह, धीरेंद्र सचान, डा. वंदना वर्मा, प्रेम प्रकाश सिंह, आर्यका अखौरी, सुनील कुमार वर्मा, अनीता वर्मा सिंह, शिशिर, सत्य प्रकाश पटेल, डा. कंचन सरन और रघुबीर शामिल हैं. इस बैच की चांदनी सिंह को प्रोफार्मा पदोन्नति दी गई है और सभी को तीन वर्ष के अंदर मिड-करियर प्रशिक्षण करना अनिवार्य होगा.
अन्य बैचों की पदोन्नति और सीनियर टाइम स्केल
वर्ष 2012 बैच के राजेश कुमार त्यागी को भी सलेक्शन ग्रेड 1,23,100 से 2,15,900 रुपये प्रदान किए गए हैं. वहीं, वर्ष 2022 बैच के 13 अधिकारियों को सीनियर टाइम स्केल प्रदान किया गया है. इनमें श्रुति शर्मा, गामिनी सिंगला, उत्कर्ष द्विवेदी, अभिनव जे जैन, डा. दीक्षा जोशी, सुनील कुमार धनवंता, पूजा साहू, रामेश्वर सुधाकर सब्बनवाड, प्रफुल्ल कुमार शर्मा, नेहा बयाडवाल, राममोहन मीन, आलोक प्रसाद और सौरभ शामिल हैं.
इस बड़ी पदोन्नति से राज्य के प्रशासनिक तंत्र को मजबूती मिलेगी और आईएएस अधिकारियों के अनुभव व क्षमता का सही उपयोग किया जा सकेगा. यह कदम उनके करियर विकास और बेहतर प्रशासनिक कार्य के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है.


