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दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिले के सपने होंगे पूरे, AAP के छात्र संगठन एसैप ने शुरू की हेल्प डेस्क सेवा

दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन प्रक्रिया अब छात्रों के लिए पहले से कहीं ज्यादा आसान होने जा रही है. आम आदमी पार्टी के छात्र संगठन एसैप (ASAP) ने नए स्टूडेंट्स की मदद के लिए एक बड़ी पहल की है. डीयू की आर्ट्स फैकल्टी के बाहर एडमिशन हेल्प डेस्क लगाई गई है, जहां छात्रों को दाखिले से जुड़ी हर समस्या का समाधान मिलेगा.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिले के दौरान अब छात्रों को भटकना नहीं पड़ेगा. आम आदमी पार्टी के छात्र संगठन ‘एसैप’ ने छात्रों की मदद के लिए डीयू के ऑर्ट्स फैकल्टी के बाहर एडमिशन हेल्प डेस्क शुरू किया है. इसके साथ ही दिल्ली से बाहर से आने वाले छात्रों के लिए जोन-वाइज हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं, ताकि छात्र किसी भी समस्या में सीधे संपर्क कर सकें.

गुरुवार को आप मुख्यालय पर आयोजित प्रेस वार्ता में एसैप की सदस्य ईशना गुप्ता और दीपक बंसल ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि एसैप न सिर्फ छात्रों की एडमिशन से जुड़ी समस्याओं का समाधान करेगा, बल्कि यूनिवर्सिटी में बुनियादी सुविधाओं की कमी के खिलाफ भी आवाज उठाएगा.

हर छात्र तक मदद पहुंचाना लक्ष्य

ईशना गुप्ता ने बताया कि जब कोई छात्र 12वीं के बाद बड़े सपनों के साथ दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने आता है, तो उसे सही जानकारी और सहायता की जरूरत होती है. कई बार आर्थिक रूप से कमजोर या दूरदराज के छात्रों को सही गाइडेंस नहीं मिल पाती. ऐसे में एसैप उनका सपोर्ट सिस्टम बनकर खड़ा है.

उन्होंने कहा कि हर छात्र की एडमिशन यात्रा को आसान बनाना हमारा उद्देश्य है. यही सोचकर हमने आर्ट्स फैकल्टी के बाहर एडमिशन हेल्प डेस्क शुरू किया है और सोशल मीडिया पर जोन-वाइज हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं.'

चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में छात्रों की मदद का उदाहरण

ईशना ने बताया कि हाल ही में चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में जब छात्रों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा, तब एसैप ने न केवल आवाज उठाई, बल्कि छात्रों को खाने-पीने तक की सुविधा दी. “यह सिर्फ शुरुआत है,' उन्होंने कहा.

डीयू में 'रील' की राजनीति पर हमला

एसैप के सदस्य दीपक बंसल ने डीयू की मौजूदा राजनीति पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा-कांग्रेस की तरह एबीवीपी और एनएसयूआई भी सिर्फ रील बनाने की राजनीति कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि छात्र संघ के प्रतिनिधि छात्रों की समस्याओं पर चुप रहते हैं. उन्होंने कहा, “जाकिर हुसैन कॉलेज में आग लगने की घटना इसका ताजा उदाहरण है, जहां न फायर सेफ्टी थी, न इमरजेंसी गेट.'

शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर पर एसैप की मांगें

दीपक बंसल ने कहा कि डीयू जैसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय में मूलभूत सुविधाओं का अभाव शर्मनाक है. उन्होंने मांग की कि सभी कॉलेजों में ठंडे पानी के कूलर लगाए जाएं. इसके अलावा फायर सेफ्टी और एग्जिट गेट सुनिश्चित किए जाएं. फीस वृद्धि बंद हो और सरकारी विश्वविद्यालयों में शिक्षा निशुल्क हो. उन्होंने कहा कि अगर डीयू प्रशासन ने मांगें नहीं मानीं, तो एसैप कुलपति को ज्ञापन सौंपेगा और प्रदर्शन करेगा.

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26 June 2025, 02:27 PM IST

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