डीजीसीए ने जताई चिंता, एयर इंडिया से विमान दुर्घटना के बाद विमान सुरक्षा और रखरखाव पर ध्यान देने को कहा
DGCA की हालिया जांच में एयर इंडिया के बोइंग 787 विमानों में कोई गंभीर सुरक्षा समस्या नहीं पाई गई. 12 जून की घटना के बाद सुरक्षा मानकों की समीक्षा की गई और एयर इंडिया को उड़ानों की समयबद्धता, रखरखाव व यात्रियों की सुविधा में सुधार के निर्देश दिए गए. तकनीकी वजहों से सात अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द हुईं.

नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने हाल ही में एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की निगरानी के बाद यह साफ किया है कि इन विमानों में कोई गंभीर सुरक्षा से जुड़ी समस्या नहीं पाई गई है. विमान रखरखाव से संबंधित सभी प्रक्रियाएं मौजूदा मानकों के अनुरूप मिलीं.
एयर इंडिया और एक्सप्रेस अधिकारियों के साथ बैठक
DGCA ने एयर इंडिया लिमिटेड और एयर इंडिया एक्सप्रेस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की. यह बैठक 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI 171 में आई गड़बड़ी के बाद बुलाई गई थी. दोनों कंपनियां मिलकर प्रतिदिन 1000 से अधिक घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का संचालन करती हैं. बैठक का उद्देश्य परिचालन प्रणाली की मजबूती की समीक्षा करना और सुरक्षा उपायों का पालन सुनिश्चित करना था.
सात अहम मुद्दों पर चर्चा
बैठक के दौरान DGCA ने एयरलाइन प्रबंधन के साथ सात प्रमुख विषयों पर मंथन किया, जिनमें रखरखाव में देरी, उड़ान समन्वय और एयरस्पेस प्रतिबंध शामिल थे. खासतौर पर, वाइड-बॉडी बेड़े के प्रदर्शन और बोइंग 787 विमानों की संचालन स्थिति का विस्तार से मूल्यांकन किया गया.
एयर इंडिया को सुधार के निर्देश
DGCA अधिकारियों ने एयर इंडिया के CEO कैंपबेल विल्सन से मुलाकात की और एयरलाइन के शीर्ष प्रबंधन के साथ एक रणनीतिक चर्चा की. इस दौरान एयरलाइन को विमान सुरक्षा में सुधार, समयबद्ध उड़ान संचालन और रखरखाव पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए. यात्रियों की असुविधा कम करने और देरी की स्थिति में बेहतर संचार प्रणाली अपनाने पर भी जोर दिया गया.
यात्रियों के अधिकारों पर जोर
DGCA ने एयर इंडिया को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि उड़ानों में देरी की स्थिति में यात्रियों को समय पर सही जानकारी और आवश्यक सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं. नियामक ने यह भी कहा कि नागरिक उड्डयन नियमों के तहत यात्रियों की सुविधाएं सर्वोपरि हैं.
तकनीकी कारणों से सात उड़ानें रद्द
दूसरी ओर, एयर इंडिया ने मंगलवार को तकनीकी गड़बड़ियों और विमानों की अनुपलब्धता का हवाला देते हुए सात अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दीं. इनमें से छह उड़ानें बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर से संचालित होनी थीं—वही मॉडल जो 12 जून की घटना में शामिल था. रद्द की गई फ्लाइट्स में दिल्ली से दुबई, वियना, पेरिस; अहमदाबाद से लंदन; लंदन से अमृतसर; बेंगलुरु से लंदन और मुंबई से सैन फ्रांसिस्को की उड़ानें शामिल हैं.
बेड़े की जांच बढ़ाई गई
12 जून की दुर्घटना के बाद, जिसमें 270 से अधिक लोग सवार थे, एयर इंडिया ने अपने बोइंग 787 विमानों पर विशेष रूप से ध्यान देते हुए सुरक्षा जांच को सख्त कर दिया है. माना जा रहा है कि इन्हीं कारणों से उड़ानें प्रभावित हुई हैं.


