पहले टकराव, फिर मुलाकात: बुनियादी सुविधाओं पर विवाद के बाद किरण शॉ क्यों मिली CM-Dy CM
Karnataka Government: किरण मजूमदार-शॉ ने कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार से उनके निवास पर मुलाकात की. सूत्रों के अनुसार इस दौरान उन्होंने बेंगलुरु की खस्ताहाल सड़कों और कचरे की समस्या पर अपनी नाराजगी जताई. शिवकुमार ने उन्हें भरोसा दिलाया कि इन समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा.

Karnataka Government: बायोकॉन की चेयरपर्सन किरण मजूमदार-शॉ और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच मंगलवार को मुलाकात की जो हाल के दिनों में बेंगलुरु की नागरिक अव्यवस्थाओं को लेकर दोनों के बीच हुई सार्वजनिक नोकझोंक के बाद और भी महत्वपूर्ण हो गई. यह मुलाकात शिवकुमार के आवास पर हुई, जहां शॉ ने व्यक्तिगत रूप से उन्हें शादी का निमंत्रण दिया.
हालांकि यह मुलाकात औपचारिक निमंत्रण के उद्देश्य से हुई थी, लेकिन सूत्रों के मुताबिक शॉ द्वारा बेंगलुरु की सड़कों और बढ़ते कचरे को लेकर की गई तीखी आलोचना पर भी चर्चा हुई. उनकी यह आलोचना जनता में काफी समर्थन पा चुकी है और हाल ही में कांग्रेस सरकार के लिए एक संवेदनशील मुद्दा बन गई थी.
It was a pleasure to meet Ms. @kiranshaw, entrepreneur and Founder of Biocon, at my residence today. We had an engaging discussion on Bengaluru’s growth, innovation, and the path ahead for Karnataka’s growth story. pic.twitter.com/NsEkos6tFS
— DK Shivakumar (@DKShivakumar) October 21, 2025
शॉ का नागरिक प्रशासन पर सवाल
एक पोस्ट में किरण मजूमदार-शॉ ने लिखा कि एक विदेशी कारोबारी ने बेंगलुरु की खराब सड़कों और गंदगी पर चिंता व्यक्त की और सवाल किया कि क्या सरकार वास्तव में निवेश को समर्थन देने को लेकर गंभीर है. उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार और आईटी मंत्री प्रियंक खड़गे को टैग करते हुए बेहतर नागरिक प्रबंधन की आवश्यकता पर जोर दिया.
डीके शिवकुमार की प्रतिक्रिया
डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने कहा कि इस तरह की सार्वजनिक आलोचना राज्य और देश को नुकसान पहुंचाती है. उन्होंने बेंगलुरु की अर्थव्यवस्था में योगदान को रेखांकित करते हुए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया. आलोचना के बाद शिवकुमार ने सोशल मीडिया पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए लिखा कि 'बेंगलुरु को बर्बाद करने के बजाय, आइए हम सब मिलकर इसे आगे बढ़ाएं. दुनिया बेंगलुरु के ज़रिए भारत को देखती है, और हमें अपने शहर के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा.'
इस पर शॉ ने प्रतिक्रिया दी
'मैं आपसे सहमत हूं, यह एक सामूहिक प्रयास है जिसके लिए जल्द से जल्द और गुणवत्ता की आवश्यकता है. आइए हम सबको दिखाएं कि हम अपने शहर को कैसे सुधार सकते हैं @DKShivakumar.
कांग्रेस नेताओं ने उठाए सवाल
कांग्रेस मंत्रियों ने शॉ पर आरोप लगाया कि वे भाजपा शासन के दौरान चुप थीं और अब selectively आलोचना कर रही हैं. इस पर शॉ ने दोबारा जवाब दिया कि 'मैं बस कचरा हटाने और सड़कों की मरम्मत की मांग कर रहा हूं, जो GBA को करना चाहिए. सरकार के मंत्रियों को घटिया और धीमे काम के लिए जिम्मेदार और जवाबदेह ठहराना चाहिए.'
राज्य के श्रम मंत्री संतोष लाड ने कहा कि सरकार सुझावों का स्वागत करती है लेकिन पूछा कि क्या शॉ जैसे उद्योगपति केंद्र सरकार पर भी ऐसे ही सवाल उठाते हैं. इस पर शॉ ने कहा कि उनका उद्देश्य केवल अपने शहर और राज्य के लिए चिंता जाहिर करना है, न कि राजनीतिक बयानबाज़ी करना. उन्होंने लिखा कि सरकार और नागरिकों को एक ही दिशा में काम करना चाहिए, और यह सरकार वर्षों से बिगड़े बुनियादी ढांचे को सुधारने का एक अवसर है.
बढ़ता जनसमर्थन और विपक्ष की प्रतिक्रियाएं
किरण मजूमदार-शॉ को जनता का बढ़ता समर्थन मिल रहा है. कई नागरिकों ने सोशल मीडिया पर अपनी शिकायतें साझा करते हुए उनकी बात का समर्थन किया. कई बड़े उद्योगपतियों ने भी इस मुद्दे पर शॉ का समर्थन किया. पूर्व जेट एयरवेज सीईओ संजीव कपूर ने लिखा कि उन्हें खुशी है कि वरिष्ठ कॉरपोरेट अब इस मुद्दे पर बोल रहे हैं और इसे किसी एक पार्टी का नहीं बल्कि राष्ट्रीय संकट बताया.


