'भारत आएगा मारकर जाएगा...पाकिस्तान को पहले ही लग गया था पता', पीएम मोदी ने विपक्ष को दिखाया आईना
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने 6-7 मई की रात ऑपरेशन सिंदूर में 22 मिनट में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया. पाकिस्तान को पहले ही जवाबी कार्रवाई का अंदेशा था, फिर भी भारत ने पहली बार सटीक और गोपनीय रणनीति अपनाकर आतंकवाद पर करारा प्रहार किया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद से ही पाकिस्तानी सेना को अंदाजा लग चुका था कि भारत कोई बड़ी कार्रवाई करेगा. उनकी तरफ परमाणु धमकी के बयान आना शुरू हो चुके थे. भारत ने 6 मई रात 7 मई सुबह जैसा तय किया था, वैसी कार्रवाई की थी. पाकिस्तान के साथ लड़ाई तो कई बार हुई है. लेकिन पहली बार ऐसी रणनीति बनीं, जिसमें पहले जहां नहीं पहुंचे थे वहां पहुंचे और आतंकी अड्डों को धुआं, धुआं कर दिया.
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना और सरकार की प्रतिक्रिया न केवल तेज़ थी, बल्कि रणनीतिक रूप से बेहद सटीक भी थी. इस हमले में निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया गया, और यह स्पष्ट था कि इसका उद्देश्य भारत में सांप्रदायिक तनाव फैलाना था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र ने इस घटना को बहुत गंभीरता से लिया और उसी समय से जवाबी कार्रवाई की योजना बननी शुरू हो गई.
पाकिस्तान को लग गया था आभास
हमले के तुरंत बाद पाकिस्तान की ओर से जिस प्रकार के बयान आए, उनसे यह साफ था कि उन्हें भारत की संभावित जवाबी कार्रवाई का अंदेशा हो चुका था. पाकिस्तानी सेना और उनके राजनीतिक तंत्र की तरफ से परमाणु युद्ध की धमकियों जैसी बयानबाजी शुरू हो गई थी, जो इस बात का संकेत थी कि उन्हें भारत की मंशा का आभास था. हालांकि, भारत ने इस दबाव में आने के बजाय एक शांत और निर्णायक रणनीति अपनाई.
6 मई की रात का प्रहार
भारत ने अपनी योजना के अनुसार 6 मई की रात और 7 मई की सुबह के बीच में ऑपरेशन को अंजाम दिया. यह एक अत्यधिक गोपनीय और उच्च तकनीक आधारित मिशन था, जिसमें आतंकी ठिकानों को चिन्हित करके उन्हें सटीकता से नष्ट किया गया. इस ऑपरेशन की खासियत यह थी कि यह केवल 22 मिनट में पूरा कर लिया गया और सभी लक्ष्यों को पूरी तरह से ध्वस्त किया गया.
पहली बार बदली रणनीति
भारत और पाकिस्तान के बीच इससे पहले भी कई सैन्य टकराव हुए हैं, लेकिन इस बार भारत ने पहली बार एक ऐसी रणनीति अपनाई जिसमें न केवल तेज़ कार्रवाई की गई, बल्कि उन क्षेत्रों में घुसपैठ की गई जहां पहले कभी प्रवेश नहीं किया गया था. इस रणनीति ने पाकिस्तान को चौंका दिया और वह किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया देने में असमर्थ रहा.
आतंकी अड्डों को किया गया तबाह
भारतीय सेना ने आतंकी संगठनों के अड्डों को इस तरह से निशाना बनाया कि वे पूरी तरह ध्वस्त हो गए. यह केवल एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति का स्पष्ट संदेश था. ऑपरेशन के बाद से ही पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क में भारी घबराहट देखी गई और उनके आकाओं की नींद तक उड़ गई.


