सीजफायर के बावजूद जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ, सुरक्षाबलों और आतंकियों में मुठभेड़
जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ एनकाउंटर शुरू कर दिया है. रिपोर्टों के अनुसार, सेना ने इलाके को चारों तरफ से घेर लिया है और कई आतंकियों के छिपे होने की जानकारी है. ऑपरेशन सिंदूर के तहत यह कार्रवाई जारी है. गोलीबारी अभी भी जारी है.

जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का बड़ा अभियान जारी है. मंगलवार को शुरू हुए इस एनकाउंटर में भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों ने शोपियां के घने जंगलों को पूरी तरह से घेर लिया है. खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वहां कई आतंकी छिपे हुए हैं. यह मुठभेड़ भारत द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की जा रही है, जो कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद शुरू किया गया था.
शोपियां जिले के जंगल क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने सटीक खुफिया इनपुट के आधार पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया. ऑपरेशन के दौरान जैसे ही आतंकियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई, इलाके को पूरी तरह से घेर लिया गया. एनकाउंटर अभी जारी है और किसी आतंकी के मारे जाने की पुष्टि नहीं हुई है. सेना को शक है कि वहां 3 से 5 आतंकी मौजूद हैं, जो हाल के हमलों में शामिल हो सकते हैं.
20 लाख के इनामी आतंकियों की तलाश
सुरक्षा एजेंसियों ने घाटी में सक्रिय तीन कुख्यात आतंकियों के पोस्टर जारी किए हैं, जिन पर 20 लाख रुपये का इनाम रखा गया है. यह सभी आतंकी पहलगाम हमले से जुड़े हो सकते हैं. सेना ने इनकी तलाश तेज कर दी है और जम्मू-कश्मीर के कई इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं.
पाकिस्तान को मिला भारत का सख्त जवाब
भारत ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के जरिए दिया. इस ऑपरेशन में सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान और पीओके स्थित 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह कर दिया. जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने बौखलाकर भारत के कई शहरों पर ड्रोन और मिसाइल से हमले की कोशिश की, जिसे भारतीय वायुसेना और एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया.
इस हमले के बाद जो चौंकाने वाला पहलू सामने आया, वह यह था कि पाकिस्तानी सेना के कई अधिकारी मारे गए आतंकियों के जनाजों में शामिल हुए. इससे यह स्पष्ट हो गया कि पाकिस्तान आतंकियों को खुला समर्थन दे रहा है.
स्थानीय सहयोग से ऑपरेशन तेज
भारतीय सेना ने पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों की तलाश के लिए स्थानीय लोगों की मदद से कई इलाकों में गश्त और तलाशी अभियान चलाया है. सेना का उद्देश्य है कि आतंकियों को जल्द से जल्द ढूंढकर उन्हें खत्म किया जाए. हालांकि अभी तक पहलगाम हमले में सीधे तौर पर शामिल आतंकियों की पहचान या ठिकाने की पुष्टि नहीं हो सकी है.


