Jammu and Kashmir: पहलगाम हमले पर होगी अहम चर्चा, 28 अप्रैल को बुलाया गया विधानसभा सत्र
Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 28 अप्रैल को विधानसभा सत्र बुलाया है, जिसमें पहलगाम आतंकी हमले पर प्रमुख चर्चा होने की उम्मीद है. इस हमले में 26 लोग मारे गए थे. सत्र के दौरान सुरक्षा उपायों और हमले के बाद के कदमों पर विचार किया जाएगा. केंद्र और राज्य सरकार के बीच कई बैठकों के बाद यह सत्र बुलाया गया है.

जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 28 अप्रैल को विधानसभा सत्र बुलाने का आदेश दिया है, जिसमें पहलगाम आतंकी हमले पर अहम चर्चा की संभावना जताई जा रही है. इस आदेश के तहत विधानसभा का सत्र जम्मू में सुबह 10:30 बजे होगा. यह कदम पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद लिया गया है, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे.
यह घोषणा केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से एक दिन पहले हुई दो महत्वपूर्ण बैठकों के बाद की गई है. केंद्र सरकार ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में संसद में सर्वदलीय बैठक आयोजित की, जिसमें विपक्षी दलों के नेताओं ने भी हिस्सा लिया. वहीं, जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र में एक सर्वदलीय बैठक बुलाकर हमले के बाद राज्य में शांति और न्याय सुनिश्चित करने के उपायों पर चर्चा की.
पहलगाम आतंकी हमला
22 अप्रैल को हुए इस हमले में आतंकवादियों ने पहलगाम के एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पर खुलेआम फायरिंग की, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए. आतंकवादी 'मिनी स्विट्जरलैंड' कहे जाने वाले इस घास के मैदान में आए और वहां इकट्ठा हुए पर्यटकों पर गोलियां चलानी शुरू कर दी. यह हमला कश्मीर घाटी में 2019 के बाद का सबसे बड़ा आतंकी हमला था.
इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-ताइबा (LeT) के सहायक समूह 'द रेजिस्टेंस फ्रंट' (TRF) ने ली है. आतंकवादियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए उन पर अंधाधुंध फायरिंग की. इस घटना के बाद से राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं.
जम्मू और कश्मीर विधानसभा सत्र
मनोज सिन्हा द्वारा बुलाए गए इस विधानसभा सत्र में पहलगाम आतंकी हमले के बाद राज्य की सुरक्षा व्यवस्था, शांति कायम रखने के उपाय और इस हमले के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई को लेकर चर्चा की संभावना है. यह सत्र ऐसे समय में बुलाया गया है जब राज्य के नेताओं और सुरक्षा अधिकारियों के बीच इस हमले के जवाब में कड़े कदम उठाने को लेकर विचार विमर्श हो रहा है.
केंद्र और राज्य स्तर पर हुई महत्वपूर्ण बैठकें
केंद्र सरकार द्वारा आयोजित सर्वदलीय बैठक में आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई पर बल दिया गया. इस बैठक में विपक्षी नेताओं के अलावा जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री ने भी हिस्सा लिया. इसी तरह, राज्य सरकार ने भी श्रीनगर में एक बैठक आयोजित की, जिसमें शांति बनाए रखने और आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने पर जोर दिया गया.


