Mahakumbh Stampede: VVIP पास रद्द, वन-वे रूट व्यवस्था लागू, श्रद्धालुओं के लिए यात्रा सुरक्षा की नई व्यवस्था
Mahakumbh Stampede: महाकुंभ में भगदड़ के बाद आगे के स्नानों को देखत हुए बड़े बदलाव किए गए हैं. पूरा मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है. यानि कि अब संगम क्षेत्र में गाड़िया नहीं आ पाएंगी. वहीं VVIP पास रद्द किए गए हैं. किसी भी विशेष पास के जरिए वाहन को प्रवेश नहीं मिलेगा.

Mahakumbh Stampede: प्रयागराज महाकुंभ में संगम तट पर हुई भगदड़ और दुखद घटनाओं के बाद मेला प्रशासन और जिला प्रशासन ने सुरक्षा के लिए कुछ जरूरी बदलाव किए हैं. अब पूरे मेला क्षेत्र को नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है, मतलब यहां किसी भी तरह के वाहन का प्रवेश नहीं होगा.
मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई और 60 लोग घायल हुए. इनमें से 36 श्रद्धालु अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि 24 को इलाज के बाद उनके परिवार घर भेज दिए गए हैं.
महाकुंभ में किए गए बदलाव:
- नो-व्हीकल जोन – मेला क्षेत्र में सभी प्रकार के वाहनों का प्रवेश बंद रहेगा.
- VVIP पास रद्द – अब कोई भी विशेष पास से वाहन को मेला क्षेत्र में प्रवेश नहीं मिलेगा.
- वन-वे रास्ते – श्रद्धालुओं की सुगम यात्रा के लिए कुछ रास्तों को एक दिशा में ही चलने की व्यवस्था की गई है.
- वाहनों की एंट्री पर रोक – प्रयागराज के आसपास के जिलों से आने वाले वाहनों को जिले की सीमा पर रोक दिया गया है.
- चार पहिया वाहनों पर रोक – 4 फरवरी तक शहर में चार पहिया वाहनों का प्रवेश पूरी तरह से बंद रहेगा.
महाकुंभ में सुरक्षा बढ़ाई गई
मेला प्रशासन का कहना है कि इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य कुंभ क्षेत्र में भीड़ को नियंत्रित करना और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी अव्यवस्था से बचने में मदद करें.
सीएम योगी हो गए भावुक
महाकुंभ भगदड़ पर सीएम योगी भावुक हो गए. उन्होंने इस घटना को एक सबक बताया और इसकी न्यायिक जांच के आदेश दिए. सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति हर्ष कुमार इस जांच आयोग के अध्यक्ष होंगे, जबकि पूर्व डीजीपी वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस डीके सिंह इसके सदस्य होंगे.


