जबरन शादी, बार-बार दुष्कर्म के आरोप,हाजी मस्तान की बेटी ने पीएम मोदी-अमित शाह से लगाई इंसाफ की गुहार
कुख्यात मुंबई अंडरवर्ल्ड डॉन हाजी मस्तान की बेटी हसीना मस्तान मिर्ज़ा एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार वजह उनकी भावुक अपील है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से न्याय की गुहार लगाई है.

मुंबई: मुंबई के कुख्यात अंडरवर्ल्ड डॉन रहे हाजी मस्तान की बेटी हसीन मस्तान मिर्जा एक बार फिर सुर्खियों में हैं. इस बार वजह उनकी वह भावुक अपील है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से न्याय की गुहार लगाई है. हसीन ने आरोप लगाया है कि उन्हें नाबालिग उम्र में अपने ही रिश्तेदार से जबरन शादी के लिए मजबूर किया गया और इसके बाद उनके साथ लंबे समय तक शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न किया गया.
हसीन मस्तान मिर्जा ने सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो के जरिए अपनी आपबीती सुनाई. उन्होंने कहा कि साल 1996 में, जब वह नाबालिग थीं, तब उनकी शादी उनके मामा के बेटे से करा दी गई. हसीन का आरोप है कि शादी के बाद उसी व्यक्ति ने उनके साथ बार-बार दुष्कर्म किया और उन्हें लगातार प्रताड़ित किया.
रेप, हिंसा और संपत्ति हड़पने का आरोप
हसीन ने आरोप लगाया कि उनके पति ने न सिर्फ उनके साथ यौन शोषण किया, बल्कि उनकी पहचान और उनके पिता के नाम का इस्तेमाल कर उनकी संपत्ति पर भी कब्जा कर लिया. उन्होंने यह भी दावा किया कि आरोपी व्यक्ति उनसे पहले कई बार शादी कर चुका था, इसके बावजूद उनके साथ जबरदस्ती रिश्ता कायम रखा गया.
हसीन का कहना है कि वह लंबे समय से न्याय के लिए लड़ रही हैं, लेकिन अब तक उन्हें कहीं से राहत नहीं मिली. उन्होंने बताया कि अत्याचारों और लगातार उपेक्षा के कारण उन्होंने तीन बार आत्महत्या करने की कोशिश भी की, लेकिन हर बार जिंदगी ने उन्हें फिर खड़ा कर दिया.
पीएम मोदी से लगाई इंसाफ की गुहार
अपनी अपील में हसीन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लाए गए तीन तलाक कानून की सराहना की और कहा कि यह मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा की दिशा में बड़ा कदम था. उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार उनके मामले में भी हस्तक्षेप करेगी और उन्हें न्याय दिलाने में मदद करेगी.
हसीन मस्तान मिर्जा ने साफ कहा कि वह अपने पिता की पहचान के सहारे नहीं, बल्कि एक पीड़ित महिला के तौर पर इंसाफ मांग रही हैं. उन्होंने कहा कि उनका संघर्ष व्यक्तिगत है और उनका मकसद सिर्फ सच्चाई को सामने लाना है.
सरकार से कार्रवाई की मांग
हसीन ने केंद्र सरकार से मांग की है कि उनके आरोपों की निष्पक्ष जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो. उनका कहना है कि अब उनके पास न्याय पाने के लिए देश के शीर्ष नेतृत्व से गुहार लगाने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है.


