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अभी खत्म नहीं हुआ ऑपरेशन सिंदूर, सुरक्षाबलों से बोले सीडीएस चौहान- 24x7 रहें तैयार

सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने पुष्टि की कि पाकिस्तान और पीओके में आतंक के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर जारी है. पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक की. युद्ध की आधुनिक रणनीतियों और तकनीक से सेना हर चुनौती के लिए तैयार है. तनाव के बाद संघर्ष विराम हुआ, पर भारत का रुख सख्त रहा.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने शुक्रवार को साफ़ किया कि पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में मौजूद आतंकवादी संगठनों के विरुद्ध भारत की ओर से शुरू किया गया ऑपरेशन सिंदूर पूरी ताक़त से जारी है. उन्होंने बताया कि भारतीय सेनाएं हर प्रकार की चुनौती से निपटने के लिए चौबीसों घंटे सतर्क और पूरी तरह तैयार हैं.

युद्ध की तैयारियों में कोई कमी नहीं

दिल्ली में आयोजित एक रक्षा संगोष्ठी में बोलते हुए सीडीएस चौहान ने कहा, "जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, युद्ध में कोई पीछे नहीं रहता. ऑपरेशन सिंदूर इसका प्रमाण है कि हमारी तैयारियाँ किसी भी दुस्साहस से निपटने के लिए उच्चतम स्तर पर हैं." उन्होंने बल दिया कि आधुनिक युग के युद्धों में केवल हथियारों से नहीं, बल्कि ज्ञान और रणनीति से भी जीत हासिल की जाती है.

तीसरी सैन्य क्रांति

सीडीएस चौहान ने वर्तमान युद्ध शैली को 'तीसरी सैन्य क्रांति' बताया, जिसे उन्होंने 'अभिसरण युद्ध' का नाम दिया है. उनके अनुसार, यह युद्ध पारंपरिक और आधुनिक तकनीकों का मिश्रण है – जिसमें गतिज (काइनेटिक) और गैर-गतिज (नॉन-काइनेटिक) तरीकों का एक साथ उपयोग किया जाता है. उन्होंने बताया कि यह युद्ध सामरिक, परिचालन और रणनीतिक सभी स्तरों पर लड़ा जा रहा है.

शस्त्र और शास्त्र की संतुलित समझ

अपने वक्तव्य में उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि आज के सैनिक को केवल 'शस्त्र' (हथियार) ही नहीं, बल्कि 'शास्त्र' (ज्ञान) की भी गहराई से समझ होनी चाहिए. आधुनिक सैन्य नेतृत्व को तकनीकी नवाचारों को अपनाने और युद्ध की बदलती प्रवृत्तियों के अनुसार स्वयं को ढालने की ज़रूरत है.

ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि

ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुई थी, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी. इस क्रूर हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठनों – जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा – पर थी. इसके बाद भारत ने एक सुनियोजित और सटीक जवाबी कार्रवाई की.

आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक

ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत भारत ने पीओके और पाकिस्तान में आतंकियों के 9 से अधिक बड़े शिविरों को निशाना बनाया और तबाह कर दिया. इन हमलों में 100 से ज़्यादा आतंकवादी मारे गए, जिनमें कई शीर्ष कमांडर भी शामिल थे. भारत की यह कार्रवाई सुरक्षा बलों की तकनीकी और रणनीतिक दक्षता का स्पष्ट प्रमाण बनी.

भारत की सख्त प्रतिक्रिया

भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर जवाबी हमलों की कोशिश की. लेकिन भारतीय सेनाओं ने भी मजबूत और संयमित जवाब देते हुए पाकिस्तान के कई सैन्य प्रतिष्ठानों पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए.

तनाव का अंत 

चार दिन चले इस तनावपूर्ण सैन्य टकराव के बाद, दोनों देशों ने 10 मई को तनाव कम करने और संघर्ष विराम पर सहमति जताई. हालांकि भारत की स्थिति स्पष्ट रही. आतंकवाद के खिलाफ कोई नरमी नहीं.

 

 

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25 July 2025, 03:19 PM IST

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