पाकिस्तान को मिली उसकी सजा... भारत की सर्जिकल स्ट्राइक से मच गई हलचल, ओवैसी ने भी किया स्वागत!
पहलगाम हमले के बाद भारत ने ऐसा करारा जवाब दिया कि पाकिस्तान बौखला गया. आतंक के अड्डों पर सीधा वार हुआ और ओवैसी जैसे नेताओं ने भी सेना की कार्रवाई का समर्थन किया. वहीं, पाकिस्तान फर्जी खबरों और झूठे दावों से अपनी नाक बचाने में लगा है. लेकिन असली कहानी अभी बाकी है… अब जानिए कैसे चला 'ऑपरेशन सिंदूर', किन-किन ठिकानों पर हुई सीधी चोट और पाकिस्तान क्यों फैला रहा अफवाहें…

Operation Sindoor: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया. इस हमले में 26 बेगुनाह लोगों की जान चली गई, जिनमें 25 भारतीय और 1 नेपाली नागरिक शामिल थे. इसके बाद भारत ने चुप नहीं बैठने का फैसला किया. जवाब देने की बजाय, भारत ने आतंकवाद की जड़ पर वार किया—'ऑपरेशन सिंदूर' के ज़रिए.
9 ठिकानों पर मिसाइल स्ट्राइक, जैश और लश्कर के गढ़ तबाह
भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में मौजूद कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. इसमें जैश-ए-मोहम्मद का बहावलपुर स्थित मुख्यालय और लश्कर-ए-तैयबा का मुरीदके स्थित अड्डा शामिल है. ये दोनों पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित हैं.
भारत ने साफ कर दिया कि ये हमला पूरी तरह से आतंकवाद के खिलाफ था. किसी भी पाकिस्तानी मिलिट्री कैंप को टारगेट नहीं किया गया. यानी कि भारत की कार्रवाई नपी-तुली थी—सिर्फ आतंकियों पर निशाना साधा गया, पाक सेना से टकराव नहीं किया गया.
ओवैसी का समर्थन, कहा– 'आतंकी ढांचे का पूरी तरह से सफाया होना चाहिए'
AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस सर्जिकल स्ट्राइक का खुलेआम समर्थन किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ‘डीप स्टेट’ को सबक सिखाना ज़रूरी है, ताकि भविष्य में कोई पहलगाम जैसा हमला दोबारा न हो. ओवैसी ने इसे ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ बताया और कहा कि भारत ने एक सही और सटीक कदम उठाया है.
میں ہماری دفاعی افواج کی جانب سے پاکستان میں دہشت گرد ٹھکانوں پر کیے گئے ہدفی حملوں کا خیرمقدم کرتا ہوں۔ پاکستانی ڈیپ اسٹیٹ کو ایسا سبق سکھانا چاہیے کہ پھر کبھی دوسرا پہلگام نہ ہو۔ پاکستان کے دہشت گردی کے ڈھانچے کو تباہ کر دینا چاہیے۔ جے ہند!#OperationSindoor
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) May 7, 2025
पाकिस्तान की बौखलाहट: झूठे दावे और फर्जी तस्वीरें
भारत के हमले के बाद पाकिस्तान की सरकार और मीडिया में बौखलाहट दिखी. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने तो पहले दावा किया कि भारत के सैनिकों को पकड़ा गया है, लेकिन बाद में अपने ही बयान से पलट गए. वहीं पाक मीडिया ने बिना किसी सबूत के भारत के दो फाइटर जेट गिराने की खबरें फैलाईं. सोशल मीडिया पर भी यमन, गाज़ा और सीरिया की पुरानी तस्वीरें वायरल की गईं और उन्हें भारत के हमले से जोड़ने की कोशिश की गई.
अब सिर्फ शब्द नहीं, कार्रवाई का दौर है
भारत ने इस बार साफ कर दिया है कि अब सिर्फ निंदा और चेतावनी से बात नहीं बनेगी. आतंकवादियों और उन्हें पालने वालों को उनकी ही भाषा में जवाब दिया जाएगा. 'ऑपरेशन सिंदूर' सिर्फ एक हमला नहीं, एक सख्त संदेश है—अब बर्दाश्त नहीं, सिर्फ करारा जवाब मिलेगा.


