पाकिस्तान के चीनी हथियारों से किया हमला, भारतीय सेना ने सबूत किए पेश
भारत ने पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ चीनी हथियारों के इस्तेमाल का खुलासा किया. एयर मार्शल एके भारती ने सबूत पेश किए, जिसमें पाकिस्तान ने चीनी PL-15 मिसाइलों और तुर्की के बायकर ड्रोन का इस्तेमाल किया. चीन और पाकिस्तान के बीच सैन्य संबंध दशकों से रहे हैं, और चीन हथियार सप्लाई करता रहा है.

भारत ने पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ अपनी कार्रवाई में चीन से प्राप्त हथियारों का नाम लिया है, जिससे भारत-पाकिस्तान और चीन के बीच के गहरे सैन्य संबंधों का खुलासा हुआ है. भारत ने बताया कि पाकिस्तान ने इन हथियारों का इस्तेमाल भारतीय सेना पर हमला करने के लिए किया था. डीजीएओ एयर मार्शल एके भारती ने सार्वजनिक रूप से इस सहयोग का पर्दाफाश करते हुए पाकिस्तान और चीन के सांठ-गांठ के सबूत पेश किए.
एयर मार्शल भारती ने बताया कि पाकिस्तान ने चीन में बने PL-15 मिसाइल और तुर्की के बायकर YIHA III कामिकेज ड्रोन का इस्तेमाल भारतीय सीमा पर हमले करने के लिए किया. उन्होंने कहा कि PL-15 मिसाइल, जो चीन की एविएशन इंडस्ट्री कॉरपोरेशन (AVIC) द्वारा निर्मित है, लंबी दूरी की मिसाइल है और यह 200 किलोमीटर से भी अधिक की दूरी तक निशाना साध सकती है. भारत ने इसके टुकड़ों की तस्वीरें भी दिखाईं, जो होशियारपुर, पंजाब से मिली थीं. यह पहली बार था जब भारत ने चीन का नाम लेते हुए इसका खुलासा किया. पहले भारत केवल तुर्की के ड्रोन का उल्लेख कर रहा था, लेकिन अब उसने चीन के हथियारों का भी पर्दाफाश किया है.
ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के चीनी हथियारों का इस्तेमाल
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए गए इन विदेशी हथियारों को न केवल नष्ट किया, बल्कि उनकी जवाबी कार्रवाई में इनका मुकाबला भी किया. चीन और पाकिस्तान के बीच दशकों से सैन्य, राजनीतिक, और आर्थिक संबंध रहे हैं, और पाकिस्तान को चीन से निरंतर हथियार सप्लाई की जाती रही है. इस तरह के हथियारों के जरिए पाकिस्तान की क्षमता को बढ़ाया जा रहा है, जिससे भारतीय सेना के लिए चुनौती और भी बढ़ जाती है.
मिसाइल के टुकड़े दिखाए
भारत ने इस कार्रवाई के दौरान यह भी स्पष्ट किया कि चीन और पाकिस्तान का सैन्य सहयोग भारतीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है. हालांकि, भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इन हथियारों को नष्ट कर दिया, लेकिन इस सार्वजनिक खुलासे से चीन-पाकिस्तान के सैन्य गठबंधन को लेकर नई चिंताएँ उत्पन्न हुई हैं.
भारतीय सेना ने सबूत पेश किए
भारत ने इस खुलासे के बाद यह संदेश भी दिया कि वह किसी भी बाहरी खतरे का डटकर मुकाबला करने के लिए तैयार है. साथ ही, यह घटना यह भी साबित करती है कि भारत अपनी रक्षा के लिए केवल आंतरिक चुनौतियों से ही नहीं, बल्कि बाहरी सहयोगी देशों के हमलों से भी निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.


