जल्द सस्ता होगा पेट्रोल-डीजल, कीमतों में होगी भारी कटौती...पेट्रोलियम मंत्री ने दिए संकेत
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने देशवासियों को राहत देने वाला बयान दिया है। उन्होंने कहा कि आने वाले 3-4 महीनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती संभव है.पुरी ने बताया कि हमारे देश की तेल कंपनियों के पास लगभग 21 दिनों का पर्याप्त तेल भंडार है, जिससे भविष्य की तेल आपूर्ति पर कोई खतरा नहीं है.

हाइलाइट
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने संकेत दिया है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें मौजूदा स्तर यानी करीब 65-67 डॉलर प्रति बैरल पर बनी रहती हैं, तो आने वाले तीन-चार महीनों में देश में पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में कटौती की संभावना बन सकती है. पुरी ने बताया कि हमारे देश की तेल कंपनियों के पास लगभग 21 दिनों का पर्याप्त तेल भंडार है, जिससे भविष्य की तेल आपूर्ति पर कोई खतरा नहीं है.
जहां से सस्ता तेल मिलेगा, भारत वहीं से खरीदेगा
बता दें कि पेट्रोलियम मंत्री ने स्पष्ट कहा कि भारत, अमेरिकी दबाव के बावजूद, अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए रूस से तेल खरीदता रहेगा. उन्होंने दोहराया कि भारत अपनी ऊर्जा नीति को स्वतंत्र रूप से तय करता है और जहां से सस्ता और भरोसेमंद तेल उपलब्ध होगा, वहीं से खरीदेगा. उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज भी कई तेल विक्रेता मौजूद हैं और भारत उनके साथ व्यापारिक संबंध बनाए हुए है.
रूस भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता बना
पिछले तीन सालों में रूस भारत का प्रमुख कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता बन गया है. पहले यह स्थान पश्चिम एशिया के पास था, लेकिन 2022 में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद कई पश्चिमी देशों ने रूसी तेल से दूरी बना ली. इसके बाद रूस ने वैकल्पिक खरीदारों को आकर्षित करने के लिए भारी छूट की पेशकश की, जिससे भारत ने इस अवसर का भरपूर लाभ उठाया. नतीजतन, अब भारत के कुल तेल आयात में रूस की हिस्सेदारी करीब 40% तक पहुंच गई है.
भारत के पास है पर्याप्त तेल भंडार
पुरी ने भरोसा दिलाया कि भारत के पास पर्याप्त मात्रा में कच्चा तेल का भंडार मौजूद है. उन्होंने कहा कि भारत 85 प्रतिशत से ज्यादा तेल आयात करता है और उसे घरेलू रिफाइनरियों में प्रोसेस करके पेट्रोल, डीजल और अन्य उत्पादों में बदला जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत की रिफाइनिंग कंपनियां अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुसार तेल खरीदने में सक्षम हैं.
साढ़े तीन वर्षों से तेल की कीमतों में स्थिरता
हरदीप सिंह पुरी ने यह भी बताया कि दुनिया भर में ऊर्जा संकट और भू-राजनीतिक तनाव के बावजूद भारत में बीते साढ़े तीन वर्षों से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है. यह स्थिति सरकार की रणनीतिक खरीद और कुशल प्रबंधन की वजह से बनी हुई है. अगर मौजूदा वैश्विक हालात स्थिर रहे और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल सस्ता बना रहा, तो आने वाले समय में आम लोगों को राहत मिल सकती है और पेट्रोल-डीजल के दाम घट सकते हैं.


