लोकसभा चुनाव से पहले पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक,समान नागरिक संहिता का किया वकालत,'एक घर दो कानूनों से नहीं चल सकता'

पीएम मोदी ने देश में समान नागरिक संहिता को लेकर बड़ा बयान दिया है। पीएम ने एक घर दो कानूनों से नहीं चल पाएगा, ठीक उसी तरह से एक देश में दो कानून नहीं हो सकते हैं।

Tahir Kamran
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हाइलाइट

  • समान नागरिक संहिता को लेकर पीएम मोदी का बड़ा बयान
  • "एक घर दो कानूनों से नहीं चल सकता": पीएम मोदी
  • तीन तलाक मुस्लिम बेटियों के साथ अन्याय है: पीएम मोदी

PM Modi On UCC: पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का चुनावी शंखनाद कर दिया है। पीएम मोदी ने भोपाल में 'मेरा बूथ, सबसे मजबूत' कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं के अंदर जान फूंकते हुए विपक्षी दलों पर जमकर हमला बोला। इस दौरान पीएम मोदी ने देश में समान नागरिक संहिता को लेकर बड़ा बयान दिया है। पीएम ने एक घर दो कानूनों से नहीं चल पाएगा, ठीक उसी तरह से एक देश में दो कानून नहीं हो सकते हैं। 

समान नागरिक संहिता को लेकर पीएम मोदी का बड़ा बयान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वोट बैंक की भूखी पार्टियां समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लेकर मुसलमानों में भ्रम फैला रही हैं। सुप्रीम कोर्ट कहता है कि यूसीसी लागू करो लेकिन वोट बैंक के भूखे ये लोग नहीं चाहते हैं। इसके नाम पर लोगों को भड़काने का काम किया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर एक परिवार में सदस्यों के लिए अलग-अलग व्यवस्था हो तो परिवार नहीं चल सकता। ऐसे ही एक देश में लोगों के लिए अलग-अलग कानून कैसे हो सकता है? 

तीन तलाक मुस्लिम बेटियों के साथ अन्याय है: पीएम मोदी 

पीएम मोदी ने कहा कि मुस्लिम बहुत देशों में भी तीन तलाक बंद हो चुका है। पीएम मोदी ने कहा कि तीन तलाक मुस्लिम बेटियों के साथ अन्याय है। पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग तीन तलाक की वकालत करते हैं वे वोटबैंक के भूखे लोग हैं। वे मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय कर रहे हैं। तीन तलाक पूरे परिवार को नष्ट कर देता है। मुस्लिम बहुल देशों ने भी तीन तलाक पर प्रतिबंध लगा दिया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में, मैं मिस्र में था। उन्होंने लगभग 80-90 साल पहले तीन तलाक को खत्म कर दिया था।

'वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने पसमांदा मुसलमानों के साथ अन्याय किया'

पीएम मोदी ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने पसमांदा मुसलमानों के साथ अन्याय तो किया ही है उनका शोषण भी किया है। पसमांदा मुसलमानों को बराबरी का हक नहीं मिलता है। उन्हें नीचा समझा जाता है। यही कारण है कि ये समाज अभी भी बहुत पिछड़ा हुआ है। बीजेपी देश के हर नागरिक के विकास के लिए सबका साथ सबका विकास की भावना के साथ काम कर रही है।

क्या है समान नागरिक सहिंता? 

समान नागरिक सहिंता देश के सभी नागरिकों के लिए समान कानूनों की बात करती है। यानी, विवाह, तलाक, बच्चा गोद लेना और संपत्ति के बंटवारे जैसे विषयों में सभी नागरिकों के लिए एक जैसे नियम देश में इस समय अलग-अलग धर्मों को लेकर अलग-अलग कानून हैं। इसलिए देश में बीजेपी बीते काफी सालों से यूसीसी लाने का प्रयास कर रही है, ये उसके कई चुनावी वादों में से एक बड़ा चुनावी वादा भी है।

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27 June 2023, 02:27 PM IST

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