PM Modi ने दांडी मार्च में भाग लेने वाले नायकों को दी श्रद्धांजलि, बोले- हमारे देश के इतिहास की थी एक महत्वपूर्ण घटना
ऐतिहासिक दांडी मार्च भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक निर्णायक अध्याय था. महात्मा गांधी के नेतृत्व में इस मार्च ने आत्मनिर्भरता और स्वतंत्रता के लिए एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन को प्रज्वलित किया था. दांडी मार्च में भाग लेने वाले सभी लोगों का साहस, बलिदान और सत्य और अहिंसा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ऐतिहासिक दांडी मार्च की 95वीं वर्षगांठ पर इसके प्रतिभागियों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा कि दांडी मार्च के प्रतिभागियों का साहस, बलिदान और सत्य और अहिंसा के प्रति प्रतिबद्धता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी.
हमेशा ही पीढ़िया करती रहेगी याद
ट्विटर पर एक पोस्ट में पीएम मोदी ने कहा, "आज, हम उन सभी लोगों को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्होंने ऐतिहासिक दांडी मार्च में भाग लिया था, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक निर्णायक अध्याय था. महात्मा गांधी के नेतृत्व में, इस मार्च ने आत्मनिर्भरता और स्वतंत्रता के लिए एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन को प्रज्वलित किया. दांडी मार्च में भाग लेने वाले सभी लोगों का साहस, बलिदान और सत्य और अहिंसा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी."
ब्रिटिश शासन की हिला दी थी नींव
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी महात्मा गांधी और सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, 'आज से ठीक 95 साल पहले महात्मा गांधी ने ऐतिहासिक दांडी मार्च की शुरुआत की थी और मुट्ठी भर नमक से ब्रिटिश शासन की नींव हिला दी थी।
प्रह्लाद जोशी ने दांडी मार्च को ऐतिहासिक बताया
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भी दांडी मार्च को श्रद्धांजलि देते हुए इसे ऐतिहासिक बताया. जोशी ने क्रिसमस पर कहा, 'इस दांडी मार्च दिवस पर हम औपनिवेशिक शासन के खिलाफ महात्मा गांधी के निडर रुख का सम्मान करते हैं. उनके ऐतिहासिक नमक मार्च ने एक ऐसे आंदोलन को जन्म दिया जिसने भारत की स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता की लड़ाई को मजबूत किया.'


