Mann Ki Baat: हर पीड़ित का दर्द हमारा दर्द... 'मन की बात' के 125वें एपिसोड में बोले PM मोदी
आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 125वें एपिसोड में देशवासियों से दिल से दिल की बात कर रहे हैं. यह कार्यक्रम, जो 2014 में शुरू हुआ है. हर बार लोगों से जुड़ने और प्रेरणादायक विचार साझा करने का एक अनूठा मंच रहा है. इस बार भी उम्मीद है कि पीएम मोदी कई अहम और रोचक मुद्दों पर अपनी बात रखेंगे. जो देशवासियों को नई दिशा देगी.

Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सुबह 11 बजे अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के 125वें संस्करण में राष्ट्र को संबोधित किया. अपने संबोधन की शुरुआत में उन्होंने देशभर में आई प्राकृतिक आपदाओं पर चिंता जताई और प्रभावित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की. इस मौके पर उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हुई दो ऐतिहासिक खेल उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक बदलावों की सराहना की. प्रधानमंत्री ने कहा कि देश एक कठिन मानसून सीजन से गुजर रहा है, जहां बाढ़ और भूस्खलन ने कई राज्यों में तबाही मचाई है. वहीं दूसरी ओर, उन्होंने पुलवामा और श्रीनगर में हुए दो विशेष आयोजनों को देश की बदली हुई सोच और जज़्बे का प्रतीक बताया.
प्राकृतिक आपदाओं ने देश को दी बड़ी चुनौती
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस मानसून के मौसम में, प्राकृतिक आपदाएं देश की परीक्षा ले रही हैं. पिछले कुछ हफ्तों में हमने बाढ़ और भूस्खलन से भारी तबाही देखी है. घर तबाह हो गए, खेत जलमग्न हो गए. पानी के लगातार बढ़ते दबाव ने पुल-सड़कें बहा दीं और लोगों की जान खतरे में पड़ गई. इन घटनाओं ने हर भारतीय को दुखी किया है. जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनका दर्द हम सबका दर्द है. उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं, और हर संभव मदद पीड़ितों तक पहुंचाई जा रही है.
पुलवामा में पहला डे-नाइट क्रिकेट मैच
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं के बीच जम्मू-कश्मीर ने दो महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं, जो प्रेरणा देने वाली हैं. उन्होंने पुलवामा का ज़िक्र करते हुए बताया कि पुलवामा के एक स्टेडियम में रिकॉर्ड संख्या में लोग इकट्ठा हुए. पुलवामा का पहला डे-नाइट क्रिकेट मैच यहीं खेला गया. पहले ये नामुमकिन था, लेकिन अब मेरा देश बदल रहा है. ये मैच 'रॉयल प्रीमियर लीग' का हिस्सा है, जिसमें जम्मू-कश्मीर की अलग-अलग टीमें हिस्सा ले रही हैं. यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि जम्मू-कश्मीर में शांति और विकास की राह मजबूत हो रही है.
डल झील पर खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के पहले ‘खेलो इंडिया वाटर स्पोर्ट्स फेस्टिवल’ की सराहना करते हुए कहा कि इसका आयोजन श्रीनगर की डल झील पर हुआ, जो अपने आप में खास है. उन्होंने कहा कि इस तरह के फेस्टिवल की मेजबानी के लिए यह एक विशेष स्थान है. इसका उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में वाटर स्पोर्ट्स को और अधिक लोकप्रिय बनाना है.
इस कार्यक्रम में देशभर से 800 से अधिक एथलीटों ने भाग लिया जिनमें महिला खिलाड़ियों की भागीदारी भी उल्लेखनीय रही. प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं सभी प्रतिभागियों को बधाई देना चाहता हूं. मध्य प्रदेश को विशेष बधाई, जिसने सबसे अधिक पदक जीते, उसके बाद हरियाणा और ओडिशा का स्थान रहा.
125वीं ‘मन की बात’ ने देश को दिया बदलाव और उम्मीद का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन के जरिए यह संदेश दिया कि कठिन परिस्थितियों में भी भारत आत्मविश्वास और सामूहिक प्रयासों से आगे बढ़ रहा है. प्राकृतिक आपदाएं जहां संवेदनशीलता की मांग करती हैं, वहीं देश के कोने-कोने में उभरती सकारात्मक खबरें इस बात का प्रमाण हैं कि भारत हर क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है.


